पानी लाने पर कराया प्रसव
वहीं गत दिवस बड़वारा निवासी सुष्मिता पति मुकेश आदिवासी को प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां उसने एक मृत नवजात को जन्म दिया, प्रसव होने के तत्काल बाद सुष्मिता की तबियत बिगड़ गई जिसे तत्काल रीठी अस्पताल रेफर कर दिया गया। बडग़ाव के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र मे एक और अजीबोगरीब मामला देखने को मिला। यहा शीला पति राजेश पटैल को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराया गया तो यहा पदस्थ एएनएम ने प्रसव कराने से मना कर दिया। राजेश ने जब इसका कारण पूछा तो एएनएम ने अस्पताल परिसर मे पानी उपलब्ध न होने बता। जिसके बाद राजेश अपने घर गया और दो डिब्बा पानी भर कर अस्पताल परिसर लाया। तब जाकर उसकी पत्नी का एएनएम द्वारा सुरक्षित प्रसव कराया गया।
खास-खास
– बडग़ांव में करीब तीन साल से डॉक्टर पदस्थ नहीं हैं, अन्य स्टॉफ की भी है कमी।
– स्टॉफ नर्स भारती को रीठी बीएमओ सुनील पाराशर द्वारा मनमानी पूर्वक रीठी अस्पताल मे अटेच कर लिया गया है।
– एएनएम रीना मैरीदास ने बताया कि कई दिनों से अस्पताल की लाइट बंद है।
– गर्भवती महिलाओं को प्रसव के उपरांत चाय-टोस्ट एवं पौष्टिक आहार नहीं इिया जा रहा।
इनका कहना है
हा यह बात सही है कि बडग़ावं अस्पताल में स्टॉफ की कमी है। बिजली में फाल्ट के कारण बंद है और पानी की व्यवस्था नलजल योजना से कराने का प्रयास किया जा रहा है। स्टॉफ नर्स को रीठी में विवाद के कारण अटैच किया गया है।
डॉ. सुनील पाराशर, बीएमओ रीठी।