प्रियदर्शनी बस स्टैंड बदहाल, यात्रियों का आवागमन मुहाल, जिम्मेदार बेखबर
छात्र ने बताई आपबीती
अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर भागा छात्र ऋतिक ने बताया कि एलएनसिटी कॉलेज भोपाल में बी-टेक मैकेनिकल ब्रांच लेकर पढ़ाई कर रहा है। गुरुवार को 3.30 बजे कॉलेज की छुट्टी हुई। वह 4.30 बजे कॉलेज से कोचिंग जाने इंद्रपुरी के लिए निकला। जैसे ही इंद्रपुरी पहुंचा ओमनी कार में कुछ लोग पहुंचे और पता पूछने के बहाने उठा लिया और कुछ सुंघाकर कार में बैठा लिया। उसे फिर होश नहीं रहा। रात में 3-4 बजे उसे होश आया। उस समय कार सड़क किनारे एक पेड़ के नीचे खड़ी थी। दरवाजे बंद थे। उसने कार में रखे एक डंडे और पैर से कांच को तोड़ और दौड़ लगा दी। काफी दूर तक भागता रहा। एक राहगरी मिला, जिसके माध्यम से शुक्रवार की सुबह 5 बजे कोतवाली थाना पहुंचा। ऋतिक ने बताया कि कोचिंग बैग कार में ही छूट गया है, जबकि 1500 रुपये जेब में थे वे लूट लिए गए हैं।
पिता ने कहा फोन बंद होने से परेशान था परिवार
पुलिस की सूचना पर शुक्रवार की दोपहर कटनी पहुंचे पेशे से शिक्षक पिता भुवनलाल ने बताया कि ऋतिक के फोन बंद रहने से पूरा परिवार परेशान था। सुबह 5 बजे जब कोतवाली कटनी से फोन आया कि बच्चा कोतवाली में सुरक्षित है तो उन्होंने राहत की सांस ली। परिजन कोतवाली पहुंचे तो पता चला कि ऋतिक अस्पताल में है। परिजनों ने देखा कि जिला अस्पताल में बेटे का उपचार चल रहा था। स्वास्थ्य ठीक होने पर डिस्चार्ज कराकर वापस लौट गए।
पुलिस की बेपरवाही
हैरानी की बात ये है कि इतने गंभीर मामले में पुलिस ने मामला ही नहीं दर्ज किया। परिजनों को फोन पर सूचना दी और फिर बोला कि बच्चा अस्पताल में भर्ती है, उसे ले जाओ। युवक और उसके पिता यह कहते रहे कि अपहरण हुआ है, लेकिन इस मामले में कोतवाली पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। पुलिस के इस रवैया से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इनका कहना है
बालाघाट जिले के चिखला बांध का भोपाल में पढऩे वाला छात्र कोतवाली पहुंचा था। उसने बताया कि अज्ञात लोग उसे यहां लेकर आए हैं। नशे की हालत में लग रहा था। तबियत ठीक नहीं होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराते हुए परिजनों के सुपुर्द किया गया है। इसमें मामला दर्ज नहीं किया गया।
विजय विश्वकर्मा, टीआइ कोतवाली।
कोतवाली टीआइ से चर्चा कर मामले का पता लगाएंगे। छात्र भोपाल से कटनी कैसे पहुंचा इसके वास्तविक स्थिति के संबंध में बात करेंगे। यदि वह अपहरण की बात कह रहा है तो कोतवाली पुलिस ने मामला क्यों नहीं बनाया इसकी जांच कराएंगे।
ललित शाक्यवार, एसपी।