अपात्रों को नहीं मिलेगा लाभ
इस सर्वे में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि 2011 में हुए बेसलाइन सर्वे के आधार पर जिन हितग्राहियों को अपात्र कर दिया गया था, उन्हें इस सर्वे में शामिल नहीं किया जाएगा। क्योकि स्वच्छ भारत मिशन के तय मापदंड में सटीक न बैठने के बाद ही हितग्राहियों को अपात्र किया गया था। हालांकि ऐसे लोगों को ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव, स्वच्छाग्राही, जनपद व जिले के अधिकारी प्रसाधन बनवाने के लिए प्रेरित करेंगे।
इनका कहना है
ेबेस लाइन सर्वे में जिन परिवारों का नाम छूट गया था या किन्हीं कारणोंवश उनके घरों में प्रसाधन का निर्माण नहीं हो पाया उनके लिये विशेष सर्वे शुरू कराया गया है। 31 मार्च तक सर्वे होगा। पात्रता के आधार पर प्रसाधनों का निर्माण कराया जाएगा।
फ्रेंक नोबेले ए, जिला पंचायत सीइओ।