पत्रकारों से बातचीत में जयहिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भले ही दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार ने कोई 15 वायदों को छोडकर सारे वायदे पूरे कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह झूठा दावा है। यहां तक कि मुख्यमंत्री या मंत्री अपनी पार्टी का चुनाव घोषणापत्र सार्वजनिक रूप से पढनें की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने कहा कि चुनावी वायदे पूरे करने के बजाय मुख्यमंत्री और मंत्री फिजूलखर्ची करते रहे है। मुख्यमंत्री ने चार साल में हवाई यात्राओं पर 11 करोड रूपए खर्च किए है। एक-एक मंत्री ने रोजाना 700 से 800 किलोमीटर तक गाडी दौडाई है। अपराधो के मामले में हरियाणा पूरे देश में तीसरे नमबर पर है और जातीय दंगों में नम्बर एक है। हर साल एक लाख युवकों को रोजगार देने का वायदा करने वाली इस सरकार ने चार साल में कुल दस हजार नौकरी दी है।
जयहिंद ने कहा कि हरियाणा रोडवेज में निजी बसें चलाने की योजना में हर मंत्री ने अपना हिस्सा तय कर लिया है। पिछली भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार की तरह ही इस सरकार ने नौकरियां देने में धांधली की है। भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हुए है। चैबीस घंटे बिजली देने का दावा सही नहीें है। पुरानी पेंशन बहाल करने का वायदा पूरा नहीं किया गया। हर जिले में चिकित्सा संस्थान खोलने का वायदा पूरा नहीं हुआ। रोहतक के पीजीआई में रिश्वतखोरी का बोलबाला है। डाॅक्टर पूरे समय नहीं बैठते।
उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में धन की कमी आडे आ रही है। फसल बीमा योजना के तहत पैसा जमा कराने के बावजूद किसान को नष्ट हुई फसल का मुआवजा नहीं मिल रहा। चार साल में एक हजार सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए। प्रदेश में शिक्षकों के एक हजार पद रिक्त है। चार साल में सौ से ज्यादा लोग पुलिस गोली से मारे गए है। यह सरकार गुजरात माॅडल पर काम कर रही है जहां पुलिस कर्मी भी ठेके पर रखे जा रहे है। जयहिंद ने कहा कि पराली हटाने के लिए सरकार किसानों की मदद करे। किसानों को मदद न देने के चलते पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण के लिए सरकारें ही जिम्मेदार है। राम मंदिर के मुद्ये पर जयहिंद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सतलुज-यमुना सम्पर्क नहर के मुद््दे पर भी राजनीति की जाती रही है।