दूसरी तरफ राजनीतिक दलों ने भी सत्र की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने सत्र से पहले सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। जिसमें सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। दूसरी तरफ इनेलो कुछ दिन पहले विधायकों की बैठक कर चुकी है लेकिन सत्र से पहले सभी विधायक अभय चौटाला की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में एकत्र होंगे और फिर से वहां से एक साथ विधानसभा में जाएंगे।
इस बार विधानसभा सत्र में विपक्षी दल इनेलो पूरी तरह से अलग-थलग दिखाई देगा। अंतिम बजट सत्र होने व लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने की आशंकाओं के चलते यह तय माना जा रहा है कि अभय चौटाला को इस बार कई मुद्दों पर अपनी ही पार्टी के विधायकों का समर्थन नहीं मिलेगा। पिछले सत्र से लेकर अब तक इनेलो के दो विधायकों का निधन हो चुका है। चार विधायक खुलकर जननायक जनता पार्टी में जा चुके हैं। एक विधायक पहले से भाजपा में है जबकि एक अन्य विधायक की भाजपा के साथ जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं। ऐसे में अभय सरकार को घेरने के लिए बेहद सोच समझ कर ही मुद्दा उठाएंगे।
इनेलो से अलग उपस्थिति दर्ज करवाएंगे जेजेपी समर्थक
हरियाणा का मुख्य विपक्षी दल इनेलो लगातार बिखराव की तरफ है। पिछले सत्र से लेकर अब तक इनेलो के चार विधायक खुलकर जननायक जनता पार्टी की तरफ जा चुके हैं। जिसके चलते इस बार जजपा ने सदन में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए किसानों व दवा घोटाले के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया है।