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कुरूक्षेत्र के अन्तरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव को बनाया जाएगा स्थायी,इस बार होंगे यह विशेष आयोजन

locationकरनालPublished: Nov 23, 2018 08:36:25 pm

Submitted by:

Prateek

यह महोत्सव 7 दिसंबर से 23 दिसंबर, 2018 तक आयोजित किया जाएगा…

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(कुरूक्षेत्र,करनाल): हरियाणा सरकार ने अन्तरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन को स्थायी करने के लिए कदम उठाने का फैसला किया है। इसके लिए स्थायी आयोजन समिति के गठन का फैसला किया गया है। साथ ही कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड को वैधानिक दर्जा भी दिया जाएगा।


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को दिल्ली के लाल किला परिसर में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी 7 से 23 दिसम्बर तक कुरुक्षेत्र में मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के बाद मारीशस ने फरवरी, 2019 में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन सहमति दी है। इसके अलावा यूके व कनाडा में भी महोत्सव के आयोजन पर विचार किया जा रहा है। इस साल गीता महोत्सव के दौरान 12 दिसंबर को यूके के हाऊस आफ कामन्स में भी गीता से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, भी 15 अन्य देश गीता महोत्सव के आयोजन की तैयारी कर रहे है। इस बार गीता जयंती महोत्सव में देश के रूप में मारीशस और राज्य के रूप में गुजरात भागीदार होंगे।


उन्होंने कहा कि दिल्ली के लाल किला मैदान में गीता महोत्सव से संबंधित प्रदर्शनी 30 नबंवर तक रहेगी तथा इसके बाद 1 दिसंबर से यह प्रदर्शनी बोट क्लब में लगाई जाएगी ताकि अधिक से अधिक लोगों तक गीता का संदेश जाएं। उन्होंने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र के 48 कोस की परिधि में पडने 134 तीर्थस्थलों का भी किसी न किसी रूप में महाभारत काल से संबंध रहा है और सरकार ने उनके जीर्णोद्वार की पहल की है। वे करनाल, कैथल व जींद के लगभग 35 तीर्थ स्थलों का स्वयं दौरा कर चुके हैं और उनके सरोवरों व परिक्रमा का जीर्णोंद्वार करवाने की घोषणा की है और इस साल गीता महोत्सव के दौरान कुरूक्षेत्र के 48 कोस की परिक्रमा में पडने वाले तीर्थ स्थलों की जानकारी के संबंध में एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया जाएगा।

 

 

अबकी बार मारीशस व गुजरात की भागीदारी अहम

उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2018 के बारे में बताया कि यह महोत्सव 7 दिसंबर से 23 दिसंबर, 2018 तक आयोजित किया जाएगा और इस वर्ष मारीशस को भागीदारी देश व गुजरात को भागीदारी राज्य के रूप में लिया गया हैं और इस महोत्सव में मारीशस के कला एवं संस्कृति मंत्री अतिथि होंगे।


होगा मेले का आयोजन

उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिल्पकारों का एक मेला आयोजित किया जाएगा। इस मेले को हरियाणा के सूरजकुण्ड मेले में भी आयोजित किया जाता है। इस मेले में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त शिल्पकार व कलाकार भाग लेंगें। महोत्सव के दौरान 13 दिसंबर से 18 दिसंबर तक मुख्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगें। मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली हरियाणा पैवेलियन की स्थापना की जाएगी। यह पैवेलियन आर्कषण का केन्द्र होगी। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा, प्रतिदिन भव्य आरती एवं लाईट एवं साऊंड का आयोजन भी किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में देशी-विदेशी कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगें जिनमें ग्रेसी सिंह, सतींदर सरताज, हेमंत बृजवासी जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगें। गीता पुस्तक मेले के अलावा, कवि सम्मेलन में हरिओम पंवार, गजेन्द्र सोलंकी एवं अन्य कवि आंगुतकों के लिए आर्कषण का केन्द्र रहेंगें।

 

 

संत सम्मेलन व दौड का भी होगा आयोजन

उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर को संत सम्मेलन व गीता मैराथन दौड का भी आयेजन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 दिसंबर को दोपहर 12 बजे कुरूक्षेत्र में 18 हजार विद्यार्थी व तीन हजार लोग एक साथ मिलकर अष्टादशी श्लोकी गीता पाठ उच्चारण करेंगें तथा साथ ही इसी समय विदेशों में भी गीता पाठ का उच्चारण होगा।


संतों को दिया गया आमंत्रण

उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में संतों को भी बुलाया गया है और अभी तक श्रीश्री रविशंकर, स्वामी रामदेव और शंकराचार्य जैसे संतों के आने की सहमति दे दी है। इसी प्रकार, सभी संप्रदायों के धर्मगुरूओं को भी आंमत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि संतों द्वारा तीन दिनों तक व्याख्यान भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में आने की अपनी सहमति दी है।

 

 

यह प्रमुख हस्तियां लेंगी भाग

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, त्रिपुरा के राज्यपाल प्रो कप्तान सिंह सोलंकी, उडीसा के राज्यपाल प्रो गणेशी लाल, असम के राज्यपाल जगदीश मुखी के अलावा कई देशों व राजनयिकों ने महोत्सव में आने की सहमति जताई है।


इन पांच जिलों को छोड़कर राज्य में हर जगह मनेगा महोत्सव

उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर भी 15 से 17 दिसंबर के बीच पांच जिलों को छोडकर, जहां पर निकाय चुनाव है, महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य श्याम किशोर ने कहा कि इस वर्ष कुंभ का आयोजन कुरूक्षेत्र में 5 दिसंबर से 8 दिसंबर के बीच होगा और यह तीन दिनों तक चलेगा। उन्होंने बताया कि कुंभ का पुनर्जागरण चल रहा है जिसके तहत कुरूक्षेत्र में कुंभ का आयोजन किया जा रहा है।

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