गांव के लोगों ने बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की, साथ ही साथ बाबा की देश में सारी प्रॉपर्टी की भी जांच हो की इतने कम समय में इतनी प्रॉपर्टी कैसे कमाई। साथ ही साथ जिस इस बात की भी जांच हो कि क्या हॉस्पिटल चलाने की परमिशन उसके पास थी या नहीं, क्योंकि आश्रम के अन्दर हॉस्पिटल तो चल रहा है लेकिन उस हॉस्पिटल का कोई बोर्ड या नर्सिंग होम ऐसा कुछ भी नहीं लिखा है इस कारण गांव के कुछ लोगों को जिनका इलाज यहां हुआ था उनको संदेह की कही फ्री इलाज के बहाने कही उनके शरीर का कोई अंग तो नही निकाल लिया।