मनोहर लाल हाल में करनाल जिले के दाचर गुरूद्वारे में भिंडरावाले की तस्वीर लगी होने के कारण अपने गुरूद्वारा जाने का कार्यक्रम रद्द करने पर सिख समुदाय में पैदा हुए रोष के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस मुद्दे को बातचीत के जरिए हल कर लिया जाएगा लेकिन खालिस्तान समर्थकों को हरियाणा में नहीं पनपने दिया जाएगा।
गुरूद्धारे में भिंडराव तस्वीर को लेकर हुआ था विवाद
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के लिए शर्त रखी थी कि दाचर गुरूद्वारे में लगी भिंडरावाले की तस्वीर हटाई जाए। जब गुरूद्वारा प्रबन्धकों ने तस्वीर नहीं हटाई तो मुख्यमंत्री ने गुरूद्वारा जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया। इस पर सिख समुदाय ने उग्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फायर ब्रिगेड की एक गाडी को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री और मंत्री समेत भाजपा के कार्यक्रमों के बायकाट का ऐलान किया था। इस मुद्ये पर मुख्यमंत्री से माफी मांगने की मांग भी की जा रही थी।
सिख विधायक को झेलना पड़ा था विरोध
भाजपा के असंध से सिख विधायक बख्शीश सिंह विर्क को भी सिख समुदाय के आक्रोश का सामना करना पडा। विर्क को काले झंडों के साथ भिंडरावाले की तस्वीर भी दिखाई गई। विर्क ने उत्तेजित सिखों को आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री को गुरूद्वारा लाएंगे।
बढ सकती है सीएम की मुश्किलें
गुरूद्धारे का दौरा निरस्त करने के बाद से सिख समुदाय का विरोध झेल रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मुश्किलें और बढ सकती है। राज्य में प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव करवाने की मांग लेकर छात्र संगठनों ने सरकार को आंदोलन करने की चेतावनी दी है। सरकार ने अप्रत्यक्ष विधि से छात्र संघ चुनाव करने की बात कही है।