करौली के प्रसिद्ध मदनमोहनजी मंदिर में नन्दोत्सव की खुशियों में शामिल होने के लिए सुबह से ही मंदिर परिसर खचाखच भर गया। हजारों श्रद्धालुओं की जुटी भीड़ बंशीवारे के जयकारे लगाती रही। बृज संस्कृति से ओतप्रोत मदनमोहनजी मंदिर में नन्दोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं के उल्लास ने मथुरा-वृन्दावन सा अहसास करा दिया। मंदिर में राजभोग आरती के बाद नन्दोत्सव का आयोजन शुरू हुआ। इस अवसर पर मंदिर के सोल ट्रस्टी कृष्णचन्द्र पाल ने श्रद्धालुओं को छाक (प्रसादी) लुटाई।
प्रसादी पाने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई। इसके बाद ट्रस्ट के कर्मचारियों ने दही-हल्दी से मिश्रित घोल श्रद्धालुओं पर फेंका तो मदना का अंगना में चहूंओर उल्लास छा गया। इससे पहले मंदिर में धूप और शृंगार आरती पर मंदिर परिसर में बधाई गीत गूंजते रहे। मदनमोहनजी के अलावा शहर के कृष्ण मंदिरों में भी उल्लास के साथ नन्दोत्सव मनाया गया।
पंचायती मंदिर स्थित गोविन्ददेवजी मंदिर, नवलबिहारीजी मंदिर, गोमतीदास आश्रम स्थित मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में भी नन्दोत्सव का आयोजन हुआ, जहां लड्डू, मठरी सहित अन्य प्रसादी श्रद्धालुओं को लुटाई गई।