चिकित्सालय के रक्त संग्रहण केन्द्र में रक्त अपर्याप्तता को लेकर राजस्थान पत्रिका ने 23 अप्रेल के अंक में समाचार प्रकाशित किया था। रक्त के जरुरत मंद रोगियों और परिजनों की परेशानी के उजागर होने पर चिकित्सालय प्रशासन हरकत मेें आया। चिक्तित्सालय से करौली चिकित्सालय स्थित प्रथम मदर ब्लड बैंक से रक्त आपूर्ति की मांग पत्र भेजा गया। लेकिन वहां रक्त यूनिटों का टोटा होने से ब्लड बैंक ने आपूर्ति देने में अमर्थता जाहिर कर दी।
ऐसे में चिकित्सालय में द्वितीय मदर ब्लड बैंक जयपुरिया अस्पताल को मांग पत्र भेजा। साथ ही वाहन से एक चिकित्साकर्मी को भेज रक्त की आपूर्ति मंगवाई। जयपुर से 25 यूनिट रक्त मिलने के बाद रक्त संग्रहण केन्द्र में रक्त उपलब्धता 30 यूनिट हो गई है।
मांगा 33 यूनिट, मिला 25 यूनिट रक्त:
जिला चिकित्सालय से रक्त संग्रहण केन्द्र संचालन के लिए 33 यूनिट रक्त का मांग पत्र जयपुरिया अस्पताल की ब्लड बैंक को भेजा था। मांग पत्र में ए, बी व ओ ग्रुप की 10-10 यूनिट व एबी ग्रुप की 3 यूनिट क ी रक् त चाहा गया था। लेकिन मदर ब्लड बैंक से ए ग्रप की 2, बी व ओ ग्रुप की 10-10 तथा एबी ग्र्रुप की 3 यूनिट रक्त की आपूर्ति मिली है।
साढ़े तीन माह में 138 को चढ़ाया रक्त :
राजकीय चिकित्सालय में साढ़े तीन माह में 138 रोगियों को रक्त चढ़ाया गया। सबसे ज्यादा रक्त जनवरी माह में 42 यूनिट चढ़ाया गया। वहीं अब तक सर्वाधिक आपूर्ति भी 42 यूनिट मार्च माह में रही है। चिकित्सालय सूत्रों अनुसार जनवरी में 42, फरवरी में 26,मार्च में 30 व 25 अप्रेल तक 40 रोगियों का रक्त चढ़ाया गया।