अभियान के दौरान 17 अगस्त तक लोगों की भ्रांतियों को दूर किया जाएगा। पंचायत, तहसील तथा जिला स्तरीय आईटी सेवा केंद्रों से पूरे राज्य के जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारीगण जुड़ कर अंगदान के प्रतिज्ञा लेंगे। विद्यालय, कॉलेज विद्यार्थियों को अंगदान की शपथ दिलवाई जाएगी, फिर ग्राम, ब्लाॅक तहसील व जिला स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। विजेताओं को 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सघन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिसमें ऑनलाइन वीडियो संदेश प्रतियोगिता, सेल्फी प्रतियोगिता व स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। ऐेसे होता है अंगदान
हार्ट अटैक से मृत्यु होने पर केवल कुछ अंग या ऊतक ही दान किए जा सकते हैं। इनमें कॉर्निया, हड्डी, त्वचा और रक्त वाहिकाएं। ब्रेनस्टेम मृत्यु के बाद लगभग 37 विभिन्न अंग और ऊतक दान किए जा सकते हैं। जैसे कि किडनी, हृदय, लिवर और फेफड़े।
जिला कलक्ट्रेट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शपथ कार्यक्रम के आयोजन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऑनलाइन अंगदान की शपथ दिलाई। जिसमें जिला स्तर से जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, सीएमएचओ डॉ दिनेश चंद मीणा, पीएमओ दिनेश गुप्ता, सीएमएचओ डॉ सतीश चंद्र मीणा, एडिशनल एसपी सुरेश जैफ, डॉ पूरणमल वर्मा, डॉ दीपक कुमार मीणा, पीआरओ धर्मेंद्र मीणा सहित अन्य ने अंगदान की शपथ ली।