भायलापुरा में मंदिर के पासके लोगों ने बताया कि प्राचीन मंदिर में गत वर्ष की जीर्णोद्धार की शिव परिवार की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा कराई थी। शुक्रवार शाम आम दिनों की भांति मंदिर में आरती हुई। आरोप है कि रात में किसी समाज कंटक ने मंदिर में घुस किसी चीज के प्रहार से जलहरि को आधार से तोड़ दिया। सुबह करीब 4 बजे निशा देवी महादेव की पूजा के लिए मंदिर में पहुंची तो अन्य प्रतिमाओं के बीच टूटी पड़ी जलहरि और शिवलिंग को गायब देख चौक गई।
आस्थाएं हुई आहत-
समाजकंटक की करतूत से सावन में शिव पूजा की रहे श्रद्धालुओं की आस्था आहत हुई। मंदिर में आम दिनों की भांति महिलाएं पूजा करने पहुंची, ऐसे में शिव परिवार के शिवलिंग नहीं होने पर महिलाओं अन्य प्रतिमाओं पर जलाभिषेक कर बील्व पत्र चढ़ाए जबकि शिवलिंग का संकेतिक पूजन ही हो सका।