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खाता ना बही, पटवारी कहे वो ही सही

locationकरौलीPublished: Oct 22, 2019 11:45:12 am

Submitted by:

vinod sharma

करौली. संचार क्रांति के डिजिटल युग में राजस्व विभाग द्वारा (Land map in Karauli ravaged) सभी भूमियों का रिकॉर्ड ऑन लाइन किया जा रहा है।

खाता ना बही, पटवारी कहे वो ही सही

खाता ना बही, पटवारी कहे वो ही सही

करौली. संचार क्रांति के डिजिटल युग में राजस्व विभाग द्वारा (Land map in Karauli ravaged) सभी भूमियों का रिकॉर्ड ऑन लाइन किया जा रहा है। इसके विपरीत करौली जिले की चार तहसीलों में यह काम भूमियों के नक्शे के अभाव में अटका हुआ है। ये नक्शे सार-संभाल के अभाव में इतने जीर्ण-शीर्ण हुए हैं कि इनसे जमीनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाता। करौली जिले की सपोटरा, मण्डरायल, करौली व मासलपुर क्षेत्र में १९५८ के बाद बाद इन इलाकों में सेटलमेंट हुआ था, तब जमीन के नक्शे बनाए गए। नक्शों से तय हुआ कि किसकी जमीन कहां पर है। लगभग ६० साल पहले सेटलमेंट के दौरान बनाए गए नक्शे जीर्ण-शीर्ण हो चुके है। सीमाएं और अक्षर मिट चुके हैं। इन नक्शों से पता ही नहीं चलता है कि किस खसरा नम्बर की भूमि किधर है। रास्ते किधर से है और नदी-नाले कहां हैं। ऐसे में पटवारी सिर्फ आकलन व ग्रामीणों से मिली जानकारी के आधार पर ही जमीन का निर्धारण कर लेते हैं। लम्बे समय से यही सिलसिला चल रहा है।

करौली, मासलपुर के नक्शे ही गायब
करौली शहर के कुछ क्षेत्र का तथा मासलपुर कस्बे की जमीन का नक्शा अनेक वर्ष से गायब है। नए नक्शे सेटलमेंट के अभाव में तैयार नहीं हो रहे हैं। इस कारण मासलपुर में जमीन की खरीद-बेचान, तरमीम (सीमा ज्ञान) तथा कब्जा बिना नक्शे से सिर्फ पटवारी के आकलन के आधार पर होता है। पटवारी व राजस्व कर्मचारियों ने जो बता दिया, उसी को ही सही माना जाता है। इसी प्रकार की स्थिति करौली शहर के आधे हिस्से की है। सपोटरा तहसील के सलेमपुर, तुरसंगपुरा, मिझौरा तथा भरतून पटवार हल्का के अनेक गांवों के नक्शे भी उपलब्ध नहीं है।

ये तहसील हो चुकी ऑनलाइन
करौली जिले में हिण्डौन सिटी, टोडाभीम व नादौती तहसील ऑनलाइन हो गई है। इनसे संबंधित रिकॉर्ड घर बैठे ही किसान तथा आमजन ऑनलाइन देख सकते है। जबकि करौली, सपोटरा, मण्डरायल व मासलपुर में नक्शे नहीं होने से इन तहसीलों का राजस्व रिकॉर्ड ऑन लाइन नहीं हो पा रहा है।

बहुत परेशान है
नक्शे जीर्ण-शीर्ण हो गए है, जिससे सीमाज्ञान में बहुत दिक्कत आती है। आमजन के साथ राजस्वकर्मी परेशान है। नक्शा ऑनलाइन होने पर ही राहत मिलेगी।
राजाराम मीना जिलाध्यक्ष पटवार संघ अध्यक्ष करौली


नए नक्शे तैयार कराएंगे
सेटलमेंट वालों से बात करेंगे तथा नए नक्शे तैयार करने की प्रक्रिया जल्द चालू कराई जाएगी। तहसीलों को ऑनलाइन करने के कार्यक्रम की भी समीक्षा होगी।
एमएल यादव जिला कलक्टर करौली
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