script

अहिंसा नगरी के लोगों की संवरेगी सेहत, मिलेगा शहर जैसा उपचार

locationकरौलीPublished: Sep 21, 2018 11:42:32 pm

Submitted by:

Anil dattatrey

www.patrika.com/rajasthan-news/
 
विधायक राजकुमारी जाटव ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का शिलान्यास, 25 वर्ष पुरानी मांग हुई पूरी

hindaun karauli news

अहिंसा नगरी के लोगों की संवरेगी सेहत, मिलेगा शहर जैसा उपचार

हिण्डौनसिटी. अहिंसा नगरी श्रीमहावीरजी के बाशिंदों की करीब 25 वर्षों से चली आ रही सामुदायिक चिकित्सालय की मांग को शुक्रवार को धरातल पर मूर्त रूप देने की शुरुआत हो गई। विधायक राजकुमारी जाटव व श्रीमहावीरजी सरपंच नंदकिशोर शर्मा ने भूमि पूजन व शिला पट्टिका अनावरण कर सामुदायिक चिकित्सालय भवन का शिलान्यास किया।
इस दौरान विधायक राजकुमारी जाटव ने कहा कि सरकार ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ बनाने के लिए वर्ष २०१६ के बजट में श्रीमहावीरजी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत किया था। इसके लिए ५ करोड २५ लाख रुपए की लागत से भवन निर्माण होगा। इस दौरान विधायक, सरपंच, एसडीओ सुरेश चंद बुनकर, सीएमएचओ डा. हरफूल बैरवा, तहसीलदार घमंडीलाल मीणा ने वैदिक मंत्राच्चार पर भूमि पूजन किया। विधायक ने कहा कि विकास के लिए धन की कमी नहीं है। विधायक कोष से श्रीमहावीरजी क्षेत्र में 15-20 करोड़ रुपए के कार्य कराए हैं। प्रगति पर चल रहे कार्य जल्द ही पूरे होंगे। इस मौके पर भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश मीना, श्रीमहावीरजी मंडल अध्यक्ष ईश्वरसिंह गुर्जर, महू मंडल अध्यक्ष जगपाल सोलंकी, पूर्व सरपंच बदन पटेल, राजपाल बंसीवाल, गांवड़ी सरपंच सतीश मीणा, हिंडौन विधानसभा विस्तारक रामनिवास चौधरी ,डॉ दर्शन सिंह गुर्जर सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
ग्राम विकास अधिकारी को डेंगू!
निजी लैब में कराई जांच
चिकित्सालय में भर्ती, करौली रैफर
हिण्डौनसिटी. मौसम के करवट बदलते ही क्षेत्र में बीमारियों ने पैर पसारना शुरु कर दिया है। जुकाम, बुखार के साथ अब डेंगू के मरीज भी सामने आने लगे हैं। शुक्रवार को बाढ़ करसौली गांव निवासी ग्राम विकास अधिकारी को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। परिजनों ने उसे राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया जहां से उसे करौली रैफर कर दिया।
ग्रामीण दिनेश जाटव ने बताया कि बाढ़ गांव निवासी गोविन्द जाटव लहचौड़ा पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत है। बुखार होने पर परिजन उसे उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सक के परामर्श पर रोगी की जांच कराई गई। जिसमें उसे डेंगू होने की पुष्टि हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह में डेंगू रोग फैल जाता है। पिछले दो साल डेेंगू की चपेट में आने से आधा दर्जन लोगों की मौत भी हो चुकी है।

ट्रेंडिंग वीडियो