घर में लगा ली फांसी
खाड़ेपुर निवासी बॉबी उर्फ रामप्रकाश साहू (30) फोटोग्राफर था और स्टूडियो का संचालन करता था। घर में वह पत्नी अपर्णा उर्फ नीतू, बेटी लाडो उर्फ एंजल व बेटा अभी उर्फ अथर्व के साथ रहता था। कुछ दिन पहले उसे खाड़ेपुर स्थित अपना मकान बेचा था। इसके चलते वह परिवार के साथ दूसरे मकान में रहने गया था। इस वजह से वह सामान शिफ्ट करने लिए पुराने घर में रुके थे। बॉबी ने रिश्तेदारों को वाट्सएप पर फांसी लगाते हुए सेल्फी शेयर की। वाट्सएप पर उसकी सेल्फी जिसने भी देखी अवाक रह गया और तुरंत उसे फोन कॉल की लेकिन घंटी बजती रही। इससे आशंकित रिश्तेदारों ने तत्काल फोन पर परिजनों को जानकारी दी। इसके बाद परिजन पुलिस लेकर घर पर पहुंचे।
4 पन्नों का लिखा सुसाइड नोट
पड़ोसियों की मदद से पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। कमरे में बॉबी का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। कमरे में बॉबी का लिखा चार पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला। इसमें उसने खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है और पारिवारिक कलह का भी जिक्र किया है। सुसाइड नोट में बॉबी ने पत्नी के नाम भी संदेश लिखा है। सुसाइड नोट के मुताबिक, मृतक ने पत्नी से कहा है कि मेरी मौत के बाद बच्चों की अच्छी तरह से परवरिस करना। उन्हें कलेक्टर, डॉक्टर और मास्टर बनाना। यदि ऐसा तुम करोगी तो मेरी आत्मा जहां भी होगी उसे सुकून मिलगा।
पंकज भाई बची रकम पत्नी को दे देना
मृतक ने मकान खरीदार पंकज यादव का भी सुसाइड नोट में जिक्र किया करते हुए लिखा है कि मेरे घर के बचे ढाई लाख रूपए पत्नी को दे देना। सुसाइड नोट में बॉबी ने कई ऐसी बातें लिखी हैं, जिसे पढ़कर पुलिसवालों के भी आंसू छलक आए। पूरे मामले पर नौबस्ता थाना प्रभारी समर बहादुर ने बताया कि आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह की बात सामने आई है। पुलिस पूरे प्रकरण की जांच पड़ताल कर रही है। जब बॉबी ने फांसी लगाई उस वक्त परिवार के अन्य सदस्य दूसरे घर पर थे। पूछताछ की जा रही है।