जनपद में जलभराव व गंदगी से बुखार व उल्टी दस्त का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। मलासा ब्लाक के सिथरा रामपुर, जरसेन व केशी गांव में बीमारी पर नियंत्रण नहीं हो पाया था। इसी बीच बीमारी ने इस ब्लाक के दुलीचंद्रपुर गांव में को अपनी चपेट में ले लिया। यहां दीपू, कशिश, अदित्य, सान्या,अमित, राजवती, पप्पू आदि एक दर्जन से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं। गांव के अर्जुन सिंह, चरन सिंह, विश्राम सिंह आदि ने बताया कि सूचना के बाद भी स्वास्थ्य टीम न आने से लोगों में नाराजगी व्याप्त है। सीएचसी प्रभारी देवीपुर विकास कुमार ने बताया कि सूचना मिली है। कल गांव में स्वास्थ्य टीम भेजकर उपचार कराया जाएगा। इधर मैथा ब्लाक के सहतावन पुरवा व जैतपुर के बाद अब हरिकिशनुपर व बुलुआपुर में बीमारी ने पांव पसार दिए।
वहीं हरिकिशनपुर गांव में आज अंशू, कीर्ति, आराधना, अंजली, अनुराधा, रामू, राजा, श्यामू, अवधेश सहित बड़ी संख्या में बुखार पीड़ित बिस्तरों पर पड़े हैं। यहीं हालत बुलआपुर गांव की भी है। यहां के संतोष, गिरधारी, अवधबिहारी, दिनेश, संजय, मंजू, ममता, प्रमिला, प्रीती, रामकली, सुन्दर सहित बड़ी संख्या में लोग बुखार की चपेट में हैं। इन गांवों के ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना के बाद भी स्वास्थ्य टीम न भेजे जाने से मरीज मजबूरी में झोलाछापों से इलाज करा रहे हैं। जिला संक्रामक रोग प्रभारी डॉक्टर एपी वर्मा ने बताया कि सोमवार को प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य टीमें भेजकर मरीजों का उपचार कराया जाएगा।