कौन हैं एसपी और क्यों तबियत बिगड़ी
मूल रूप से बलिया के भरौली गांव के निवासी सुरेंद्र दास वर्ष 2014 बैच के आईपीएस हैं। एक महीने पहले ही सुरेंद्र दास का कानपुर के एसपी- पूर्वी के पद पर तबादला हुआ था। सुरेंद्र दास की कानपुर के काकादेव मोहल्ले में ससुराल है, जबकि सरकारी आवास में उनके साथ सिर्फ पत्नी रहती हैं। आईपीएस की पत्नी कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज में एमडी की पढ़ाई कर रही हैं। सुरेंद्र दास ने आईआईटी-खडग़पुर से बीटेक किया है। उनके भाई व परिजन लखनऊ से रीजेंसी अस्पताल पहुंच चुके हैं। एसपी सुरेंद्र दास ने बुधवार को जहर खा लिया। जिन्हें इलाज के लिए रिजेंसी अस्पताल में एडमिट करवाया गया। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। रीजेंसी के डॉक्टर्स की मांग पर मुम्बई से डॉक्टर्स की टीम कानपुर आ गई है और एसपी का इलाज कर रही है।
इस मशीन से चल रहा इलाज
एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन (ईसीएमओ) डिवाइस एक लाइफ सपोर्ट सस्टिम है। यह डिवाइस शरीर को उस समय ऑक्सीजन सप्लाई करने में मदद करता है, जब मरीज के फेफड़े या दिल काम नहीं कर पाते हैं। जानकारी के मुताबिक़ शरीर के किसी एक धमनी (नस) खून निकालकर उसे डिवाइस से जोड़ दिया जाता है। जिससे बाईपास विधि से खून पूरे शरीर में प्रवाहित होता है। ईसीएमओ खून में आक्सीजन देती और कार्बन डाइऑक्साइड हटाती है। इसके साथ ही यह खून को गर्म करती है और धमनी में भेजती है। कुछ मामलों में यह पूरे शरीर में खून को प्रवाहित भी करती है। यह खून को हृदय और फेफड़ों से भी बायपास करने देती है।
दोस्तों ने जमा किए पैसे
रीजेंसी में भर्ती हुए एसपी सुरेन्द्र दास के इलाज पर करीब 1 लाख 69 हज़ार रुपये खर्च हो चुके है, जबकि गुरूवार की सुबह एसपी की पत्नी को अस्पताल में करीब 10 लाख रुपये जमा करने को बोला गया, पर उन्होंने जब समय से पैसे नहीं अदा किए तो एसपी के चार आइपीएस दोस्तों ने इलाज के दौरान होने वाले खर्चे को आपस में मिलकर उठाने की बात कही। एसपी के चारो दोस्त रिजेंसी अस्पताल में मौजूद हैं, लेकिन वो मीडिया से कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। इसके अलावा एसपी की पत्नी भी अस्पताल में हैं और पति के लिए ईश्वर के दर पर माथ टेका।