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मामूली चोर से खड़खड़ गैंग का सरगना बना था सिराज, मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने घेरकर पकड़ा

locationकानपुरPublished: Nov 10, 2018 01:55:46 pm

Submitted by:

Vinod Nigam

पुलिस ने बताया कि कैसे मामूली चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला सिराज शार्प शूटर गोली बन गया…

siraj is wanted criminal in police records and he shoots in robbery

गोली के पीछे पुलिस पड़ी,खड़ी की खड़खड़ कंपनी

कानपुर. बीते दिनों कानपुर पुलिस को उस वक्त बड़ी सफलता मिली, जब खड़खड़ गैंग का मास्टमाइंड सिराज उर्फ गोली पुलिस गिरफ्त में आ गया। मुठभेड़ के दौरान वह गोली से घायल हुआ तो पुलिस ने उसे घेरकर पकड़ा और उसे जेल भेज दिया। उसके खिलाफ कई थानों में गंभीर अपराधों में मुकदमा दर्ज है। 10वीं तक पढ़े-लिखे सिराज ने महज 15 साल की उम्र में ही जरायम की दुनिया में कदम रखा था। पुलिस ने बताया कि कैसे मामूली चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला सिराज शार्प शूटर गोली बन गया।
पुलिस के मुताबिक, सिराज जब 10वीं कक्षा में था, तभी उसकी मुलाकात शहर के नामी बदमाश से हुई थी। महज 15 साल की उम्र में सिराज ने जरायम की दुनिया में कदम रखा और लूट व चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगा। इस दौरान वह डी-टू गैंग के संपर्क में आया, जहां से वह शार्प शूटर बन गया। वह खुद सुपारी लेता और अकेले ही उसे अंजाम देने लगा। फायरिंग में माहिर होने के चलते ही उसे सिराज उर्फ गोली भी कहा जाने लगा। इस दौरान उसकी मुलाकात खड़खड़ गैंग के सरकार शादाब कालिया से मुलाकात हुई, वह उस गैंग में शामिल हो गया। फिर दोनों ने मिलकर कानपुर के अलावा आसपास के जिलों में वारदातों को अंजाम दिया। दोनों ने करीब डेढ़ दर्जन कुख्यात अपराधियों को गैंग में शामिल किया। पुलिस ने खड़खड़ गिरोह के खात्मे के लिए प्लान तैयार किया और तीन माह के दौरान गैंग के सरगना सहित कई अपराधी सलाखों के पीछे भेज दिए, पर सिराज हाथ नहीं लगा।
गोली पर दर्जनों आपराधिक मामले
पिछले दिनों हुए दंगों में सिराज उर्फ गोली पुलिस की नजर में आया था। फायरिंग व बमबाजी करते हुए इसका एक फोटो जारी हुआ था। इसके खिलाफ पहला मामला बजरिया थाने में गंभीर अपराध में दर्ज हुआ। पिछले दिनों खड़खड़ गैंग के सदस्य पकड़े जाने पर इसका नाम आया था। सिराज घटना को अंजाम देने में लूट की बाइक का इस्तेमाल करता था। गैंग का सरगना शादाब तांगे (खडख़ड़ा) का काम करता था, जिसके चलते गैंग का नाम खड़खड़ पड़ा। पांच नवम्बर को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली को दबोच लिया। फायरिंग के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने बनाया था खास प्लान
एसएसपी कुर्सी संभालते ही आईपीएस अनंत देव ने सभी थानाध्यक्षों को शहर में सक्रिय गैंगों की सूची तैयार करने के आदेश दिये थे। शहर में खड़खड़ गैंग का आतंक था। इस गैंग के खात्मे के लिए एसएसपी ने साउथ एसपी रवीना त्यागी के अलावा पुलिस की स्पेशल टीम लगाई थी। गैंग के सरगना शादाब के बाद अब गोली की गिरफ्तारी के बाद गैंग की कमर टूट चुकी है। पुलिस गैंग के अन्य बचे बदमाशों को दबोचने के प्रयास में लगी है।
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