देरशाम पहुंचे कानपुर
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को लखनऊ के रास्ते शाम को कानपुर पहुंचे। उनका काफिला गंगाबैराज से सीधे पनकी स्थित नारायणा कॉलेज पहुंचा। जहां आरएसएस के स्वयं सेवकों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद तुरंत ही संघ प्रमुख ने परिचय बैठक के साथ ही क्षेत्र में चल रहे संघ के कार्यों की औपचारिक जानकारी ली। फिर शाम को शाखा में भी शामिल हुए। बैठकों के विषय पहले ही तय हो चुके हैं। इनमें एक आयाम और चार गतिविधियां हैं। उत्तर पूर्वी क्षेत्र के 80 जिलों में संचालित सेवा विभाग के आयाम व गतिविधियों में कुटुंब प्रबंधन, सामाजिक समरसता, ग्राम विकास और गो संवर्धन की समीक्षा करेंगे। साथ ही आगामी वर्ष के लिए लक्ष्य भी निर्धारित किए जाएंगे।
नारायणा कॉलेज में प्रवास
पनकी स्थित नारायणा कॉलेज के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, पुलिस और प्रशासनिक अफसर भी मौजूद हैं। यहां पर एक सप्ताह से अधिक समय के लिए उनके प्रवास की व्यवस्था की गई है। वह चारों प्रांतों के पदाधिकारियों से परिचय कर चर्चा करेंगे। इसमें एक आयाम और चार गतिविधियां होंगी। सेवा विभाग के आयाम के अलावा गतिविधियों में कुटुंब प्रबंधन, सामाजिक समरसता, ग्राम विकास और गो संवर्धन शामिल है। इसके साथ ही आरएसएस प्रमुख देश के कुछ अन्य बड़े मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं। हलांकि आरएसएस के पदाधिकारियों का कहना है कि ये गैर राजनीतिक बैठक हैं। यहां संघ अपने तय किए एजेंडों के कार्यो की समीक्षा करता है।
संचालित कार्यो की लेंगे जानकारी
प्रांत प्रचार प्रमुख अनुपम जी ने बताया कि संघ के केंद्र से प्रवास की बैठकों के विषय तय किए जा चुके हैं। बुधवार की सुबह आरएसएस प्रमुख चारों क्षेत्रों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस प्रवास के दौरान मोहन भागवत उत्तर पूर्वी क्षेत्र के लगभग 80 जिलों में चल रहे आयाम व गतिविधियों पर भी चर्चा करेंगे। एक विषय पर औसतन डेढ़ से दो दिनों तक मंथन होगा। उसमें इस बात की समीक्षा होगी कि लक्ष्य कितना निर्धारित था, और पूरा कितना हुआ? साथ ही आगामी वर्ष के लिए रूपरेखा भी तय की जाएगी। साथ ही बेटी, दलित उत्थान, गंगा साहित अन्य मुद्दों पर भी मंथन हो सकता है।