यहां के क्षेत्रीय निवासियों ने जिलाधिकारी से इस पुलिया को शीघ्र ठीक करवाए जाने की मांग की थी लेकिन अभी तक समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ है। इस मार्ग से कई गांव के लोग गुजरते हैं। कहिंजरी, मकरंदपुर कहिंजरी, भगवंतपुर, उसरी, बड़ागांव, औझान, भूरदेव, कपराहट, भीखदेव, माल का पुरवा, गुमानी निवादा, जगम्मन निवादा, गोकुल निवादा, घासी निवादा, कजरी खुर्द, इटैली, रेवरी, दांती, मनावा आदि लगभग दो दर्जन से अधिक गांवों के वादकारी एवं किसान माती जिला मुख्यालय तक जाने के लिए कहिंजरी-बनीपारा मार्ग पर चलने वाले टेंपो और निजी वाहनों का ही प्रयोग करते हैं।
यह मार्ग ही उनके लिए उपयुक्त और निकट है लेकिन इस मार्ग पर पेट्रोल पंप के पास पड़ने वाली पुलिया बरसात के मौसम में तेज बारिश के चलते आधे से अधिक बह गई थी। इस मार्ग से गुजरना अत्यंत जोखिम भरा हो गया है और किसी भी समय भयानक हादसा हो सकता है। अभी गत दिनों ही एक टेंपो इसमें पलटते बचा था। क्षेत्रीय निवासियों नरेश दीक्षित, विनोद कुमार श्रीवास्तव ग्राम प्रधान कपराहट, रतिराम वर्मा प्रधान भीख देव, अजय पाल राजपूत प्रधान मित्रसेनपुर, ओमप्रकाश कठेरिया, पवन तिवारी आदि लोगों ने जिलाधिकारी व अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग से इस मार्ग की पुलिया को ठीक करवाये जाने की मांग की है।
लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता प्रदीप कटियार ने बताया कि बरसात में इस प्रकार क्षतिग्रस्त हुईं कहिंजरी-बनीपारा मार्ग की पुलिया सहित अन्य पुलियों का सर्वे सहायक अभियंता संतोष कनौजिया द्वारा किया जा चुका है। जल्द इन्हें बनवाने की व्यवस्था की जायेगी।