आगामी नवीन शैक्षिक सत्र में परिषदीय स्कूल के बच्चों को पढ़ाई के साथ ही सप्ताह में एक दिन ‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम के तहत पुलिस जैसी ही ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग के लिए अलग-अलग विषयों से जुड़े प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। ट्रेनिंग के माध्यम से छात्रों को कानून और नियमों का ज्ञान कराने के साथ ही लोकतांत्रिक काम-काज के ढंग, नागरिकों के अधिकार और जिम्मेदारियों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही पुलिसिंग से भी परिचित कराया जाएगा। दरअसल इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य बच्चों का पुलिस से भय खत्म कराना, जुड़ाव बढ़ाना और समाज में खाकी की क्या उपयोगिता है, समझाना है।
इससे पुलिस और समाज के बीच सामंजस्य बिठाने की भी कोशिश होगी। समाज में फैलने वाले अपराध उसमें संलिप्त अपराधियों पर कैसे लगाम लगाई जाती है, यह भी बच्चों को समझाया जाएगा। फिलहाल इस ट्रेनिंग के लिए अमरौधा ब्लाक के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय, राजपुर ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिकंदरा व अकबरपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय खोखा को इसके लिए चुना गया है। बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि विद्यालयों में ‘स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम का सफल संचालन कराने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा नोडल अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है।