ग्राहकों का कहना है कि चालू खाते से 50 हजार एवं बचत खाते से सप्ताह में 24 हजार रुपए का भुगतान दिए जाने के आदेश हैं, लेकिन तय भुगतान नहीं मिलने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। क्रय-विक्रय सहकारी समिति, सिनेमा हॉल, स्टेशन पर स्थित एटीएम के खाली होने से लोगों को निराश लौटना पड़ा। वहीं सिकंदरा रोड स्थित एसबीबीजे बैंक के बाहर लगे एटीएम पर रुपए लेने के लिए लोगों की कतार लगी दिखाई दी। इसके अलावा बैंकों में भी सुबह होते ही मुख्य द्वार तक कतार लग गई।
रेलवे कॉलोनी स्थित डाकघर, मण्डी डाकघर, यूको बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस, एचडीएफसी, आईसीआई बैंक में भी लोगों की कतार लगी दिखाई दी। ग्राहकों का कहना है कि बैंक शाखाओं में कैश खत्म होने की कहकर टरका रहे हैं। वितरण व्यवस्था में पारदर्शिता बरतने के लिए प्रभावी मॉनीटरिंग की जानी चाहिए।
किसानों का कहना है कि ग्राम सेवा सहकारी बैंकों से लेन-देन नहीं होने से खाद-बीज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ऋण भी नहीं मिलने से फसल बुवाई करने में खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है, लेकिन सरकार का कोई ध्यान नहंी है। इधर बैंक शाखा प्रबंधकों का कहना है कि लोग तो कम भुगतान का आरोप लगा रहे हंै, लेकिन चेस्ट बैंकों से उनके पास कैश ही कम आ रहा हैं।