पुलिस के मुताबिक, नेपाल से कम दामों में तय करके डोनर दिल्ली लाए जाते थे। किडनी रैकेट से जुड़े सदस्यों की पहली पसंद नेपाल था, क्योंकि भारत से नेपाल आने जाने के लिए न तो पासपोर्ट की जरूरत है और न ही वीजा की। एसएसपी अनंत देव ने बताया कि श्रीलंका और तुर्की के बाद नेपाल का भी नाम सामने आया है। आशंका है कि वहां पर भी गिरोह के सदस्य सक्रिय हैं जो डोनर को कम पैसे पर तय कर दिल्ली लाकर किडनी निकलवाते थे। हालांकि, यह शुरुआती जानकारी है, जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी।