खबर मिली है कि ट्रेनों में होने वाली आग की दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए रेलवे ने अपनी कमर कस ली है. रेलवे बोर्ड ने अब ट्रेन के सभी कोचों में आग से निपटने के लिए हाईटेक हथियार रखने का फैसला लिया है. दरअसल रेलवे ने अधिकारियों को ट्रेन के सभी कोचों में टॉयलेट के पास अग्निशमन यंत्र रखने के निर्देश जारी कर दिए हैं, जिसकी सेफ्टी करना टीटीई, कोच अटेंडेंट समेत ट्रेन में कार्यरत रेलवे स्टाफ की जिम्मेदारी होगी. ट्रेन में आग लगने की स्थिति में रेलवे स्टाफ अग्निशमन यंत्र से आग पर चंद सेकेंड में काबू पा सकेंगे.
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार कानपुर से दिल्ली चलने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस टे्रन के कोचों में अग्निशमन यंत्र लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. फिलहाल न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स में प्रतिदिन एक कोच में अग्निशमन यंत्र फिट किए जा रहे हैं. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर माह के अंत तक कानपुर से चलने वाली अधिकतर टे्रनों के कोच अग्निशमन यंत्र से लैस होंगे.
इस बारे में रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कानपुर में विभिन्न श्रेणी के कुल 110 कोच हैं. इनमें से 78 कोच स्लीपर व जनरल कोच हैं. वर्तमान में 20 कोचों में अग्निशमन यंत्र लगाए जा चुके हैं. अधिकारियों के मुताबिक लंबी दूरी का सफर तय करने वाली ट्रेनों के कोचों में पहले अग्निशमन यंत्र लगाने की कवायद की जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक सफर के दौरान व्हील ब्रेक गर्म होने या फिर एसी कोचों में एसी में फाल्ट होने से आग लगने की आशंका अधिक होती है. ऐसे हालातों में अग्निशमन यंत्र काफी उपयोगी साबित होंगे.