आइआइटी में स्टार्टअप प्रदर्शनी ‘अभिव्यक्ति’ में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करने वाले आइटी, इलेक्ट्रॉनिक्स व माध्यमिक शिक्षा अपर मुख्य सचिव आलोक सिन्हा ने बताया कि कोई भी कारोबारी बन सकता है। इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार विश्वविद्यालय और तकनीकी संस्थानों की तर्ज पर स्कूली छात्रों को भी स्टार्टअप का प्रशिक्षण देगी। इसकी अलग कक्षाएं लगेंगी और अलग परीक्षा होगी। स्टार्टअप की प्रैक्टिकल जानकारी देने के लिए तकनीकी संस्थानों के इंक्यूबेशन सेंटर का भ्रमण कराया जाएगा। स्टार्टअप के जरिये देश दुनिया में नाम कमाने वाले नव उद्यमियों से मुलाकात कराई जाएगी।
आलोक सिन्हा ने बताया कि स्टार्टअप कैसे डेवलप किया जाता है? इसके क्या लाभ होते हैं? किस प्रकार के उत्पाद की सोच के साथ इसे शुरू कर सकते हैं? इसमें चुनौतियां क्या हैं, इसका बाजार कितना व्यापक है? इन सभी प्रश्नों के जवाब छात्रों को स्कूल में मिलेंगे ही, उन्हें प्रैक्टिकल भी कराया जाएगा। शासन ने इसका मसौदा तैयार कर लिया है। यह पाठ्यक्रम सीबीएससी व यूपी बोर्ड स्कूलों के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम बनाया जा रहा है। उनके कारोबारी नवोन्मेषी विचारों को उड़ान देने के लिए इस प्रकार के विषय स्कूलों के पाठ्यक्रम में जोड़े जा रहे हैं।