डॉक्टर अगर एक घंटे अस्पताल में लेट पहुंचे या ड्यूटी से एक घंटे पहले निकल गए तो उनकी पांच दिनों की छुट्टी काटी जाएगी। बार-बार अगर ऐसा करते पाए गए तो पांच दिन के वेतन की कटौती शुरू हो जाएगी। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला के मुताबिक ड्यूटी ऑवर में डॉक्टरों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। ओपीडी और इमरजेंसी प्रभावित नहीं होने पाए इसके लिए वीआईपी, वीवीआईपी और पोस्टर्माटम ड्यूटी रोस्टर को बदला जा रहा है।
हाजिरी में किसी प्रकार की हेराफेरी न हो इसके लिए मशीनों के पास ही सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। ताकि हाजिरी लगाते वक्त डॉक्टर की फोटो भी रिकार्ड हो। क्योंकि बायोमीट्रिक मशीन में हाजिरी के लिए लोग मशीन ऑपरेटर के साथ मिलकर अलग-अलग उंगलियों को एक-दूसरे के नाम से फीड करवा लेते हैं और फिर एक दूसरे की हाजिरी लगाकर काम चलाते रहते हैं, पर कैमरा लगा होने पर यह खेल नहीं चल पाएगा।
सीएचसी में सीएमओ की टीम ने भ्रमण करके बायोमीट्रिक हाजिरी सिस्टम की पड़ताल की है। अधिकारियों के मुताबिक कई अस्पतालों में डॉक्टर बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं लगा रहे हैं उन्हें नोटिस देकर चेताया गया है। सोमवार से अनिवार्य रूप से यह नियम लागू कर दिया जाएगा।
हैलट और मेडिकल कॉलेज में लगा बायोमीट्रिक हाजिरी सिस्टम फेल हो गया है। कई बायोमीट्रिक मशीन इसलिए नहीं लग पाई कि उसमें बैकअप की व्यवस्था नहीं है। बिजली नहीं होने पर वह काम नहीं करती है। एक सीनियर डॉक्टर का कहना है कि सिर्फ लाइब्रेरी में लगी मशीन काम कर रही है। कुछ डॉक्टर उस पर हाजिरी लगा रहे।