बेटे के बुलावे पर पहुंचे रैली स्थल
पिछले करीब डेढ़ साल से समाजवादी पार्टी के अंदर शिवपाल यादव और अखिलेश के बीच रार चल रही थी, जिसे रोकने के लिए मुलायम सिंह यादव ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया। लेकिन शिवपाल यादव के सेक्युलर मार्चा बनाए जाने के बाद मुलायम का परिवार दो धड़ों में बंट गया। शिवपाल यादव ने सपा से पीड़ित पुराने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को मोर्चे में शामिल करना शुरू कर दिया और भतीजे अखिलेश पर जुबानी हमले भी तेज कर दिया। पार्टी के झंडे में मुलायम सिंह को जगह दी और उनके मार्गदर्शन में चलने का आवह्न किया। पर मुलायम सिंह यादव दिल्ली स्थित बेटे अखिलेश यादव की रैली में शामिल होकर शिवपाल खेमें के अंदर हलचल बड़ा दी। मुलायम सिंह के इस कदम पर शिवपाल के करीबी व पूर्व विधायक रघुराज शाक्य ने कहा कि जिस तरह से सपा के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव हैं, उसी तरह से सेक्युलर मोर्चे के वो ही नेता हैं। बेटे ने बुलाया तो पिता जी चले गए और भाई आमंत्रण देंगे तो नेता जी हमारे घर भी आएंगे।
नेता जी सबके साथ
रघुराज शाक्य ने कहा मुलायम सिंह यादव ने अभी तक शिवपाल यादव के सेक्युलर मोर्चे के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। आज की भी रैली के दौरान उन्होंने हमारे नेता के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला। मार्चे के बैनर-पोस्टर में मुलायम सिंह को जगह दी गई है और उनका आर्शीवाद मोर्चे को मिला हुआ है। पूर्व विधायक ने कहा कि मुलायम सिंह और शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी की नींव रखी। अखिलेश यादव को प्रदेश का सीएम बनवाया। पर कुछ चापलूसों के चलते अखिलेश अपने राजनीति के गुरू शिवपाल यादव की उपेक्षा करते रहे। लाख कोशिशों के बाद जब अखिलेश यादव पूर्व मंत्री को पार्टी में पद नहीं दिया तो लाखों कार्यकर्ताओं के चलते उन्होंने मार्चे का गठन किया।
पांडेय को शिवपाल यादव ने नेता बनाया
अखिलेश यादव के करीबी पूर्व वन राज्यमंत्री तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने शिवपाल यादव पर जुबानी हमला बोलते हुए उन्हें प्रदेश का सबसे बड़ा कमीशनबाज मंत्री बताया था। इस पर पूर्व विधायक ने कहा कि पवन पांडेय की यूपी में हैसियत क्या है ? पवन जैसे लोगों के कारण ही सपा धरातल में जा रही है। कभी जो लोग शिवपाल यादव की चरणरज लेते थे आज वह ऐसे आरोप लगा रहे हैं और मोर्चे को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से अखिलेश यादव के छुटभैया नेता बौखलाहट में है। पूर्व पूर्व विधायक ने बताया कि यादव सिंह मामले में किसने खुद की गर्दन बचाने के लिए भाजपा के एजेंट के रूप में समाजवादियों के बढ़ते कदमों को रोका। सपा वाले अगर बंगले, टोटी और होटलों की बात न करें तो बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त हो चुके फैजाबाद के स्थानीय नेता पवन पांडे ने शिवपाल यादव पर अनर्गल व तथ्यहीन आरोप लगाए हैं। पवन सरीखे नेता जब समाजवाद की दोहाई देते हैं, तो हंसी आती है।