रोजाना दो आम खाना पड़ा भारी
आम के सीजन में डायबिटीज रोगी खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। वे मानते हैं कि एक दिन में दो आम खाने से कुछ नहीं होगा, लेकिन एक आम से ५० ग्राम ग्लूकोज बनता है और डायबिटीज रोगियों की हालत बिगाड़ देता है। आए हुए रोगियों की डायग्नोसिस में पता चला कि इधर बीच आम का ज्यादा सेवन किया है। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर को नहीं पता कि आम में मौजूद प्रक्टोज शरीर में पहुंचते ही ग्लूकोज में तब्दील हो जाता है।
आम के सीजन में डायबिटीज रोगी खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। वे मानते हैं कि एक दिन में दो आम खाने से कुछ नहीं होगा, लेकिन एक आम से ५० ग्राम ग्लूकोज बनता है और डायबिटीज रोगियों की हालत बिगाड़ देता है। आए हुए रोगियों की डायग्नोसिस में पता चला कि इधर बीच आम का ज्यादा सेवन किया है। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादातर को नहीं पता कि आम में मौजूद प्रक्टोज शरीर में पहुंचते ही ग्लूकोज में तब्दील हो जाता है।
पुराने रोगियों को ज्यादा खतरा
डायबिटीज रोग विशेषज्ञ डॉ. बृज मोहन के मुताबिक आम के फ्रक्टोज के जरिए शरीर में पहुंचने वाला 40-50 ग्राम ग्लूकोज उन रोगियों को मुश्किल में डाल देता है जिन्हें लंबे समय से डायबिटीज है। ऐसे लोगों को ज्यादा दिक्कत हो जाती है जो इंसुलिन ले रहे हैं। ओपीडी में रोजाना ऐसे लोग आ रहे हैं और पूछने पर बता रहे हैं कि दो-तीन आम रोज खा लेते थे। असर कम करने के लिए जामुन का सेवन कर रहे थे। डॉक्टरों के मुताबिक रोगियों में यह धारणा बन गई है कि एक दो आम से क्या होने वाला है? यही सोच मरीजों को मुसीबत में डाल रही।
डायबिटीज रोग विशेषज्ञ डॉ. बृज मोहन के मुताबिक आम के फ्रक्टोज के जरिए शरीर में पहुंचने वाला 40-50 ग्राम ग्लूकोज उन रोगियों को मुश्किल में डाल देता है जिन्हें लंबे समय से डायबिटीज है। ऐसे लोगों को ज्यादा दिक्कत हो जाती है जो इंसुलिन ले रहे हैं। ओपीडी में रोजाना ऐसे लोग आ रहे हैं और पूछने पर बता रहे हैं कि दो-तीन आम रोज खा लेते थे। असर कम करने के लिए जामुन का सेवन कर रहे थे। डॉक्टरों के मुताबिक रोगियों में यह धारणा बन गई है कि एक दो आम से क्या होने वाला है? यही सोच मरीजों को मुसीबत में डाल रही।
हैलट में दोगुने हुए रोगी
हैलट में एचबी 1 एसी जांच जहां रोजाना 75-100 हो रही थी वहीं यह बढ़कर 200 पार कर गई है। हैलट के प्रो. जेएस कुशवाहा का कहना है कि इस समय मीठे फल बाजार में अधिक हैं। ज्यादा सेवन से बुजुर्ग रोगियों की परेशानी बढ़ रही है। दवाओं से डायबिटीज कंट्रोल हो जाती है लेकिन मगर रोगियों को चाहिए कि वह मीठे फलों से दूर रहें।
हैलट में एचबी 1 एसी जांच जहां रोजाना 75-100 हो रही थी वहीं यह बढ़कर 200 पार कर गई है। हैलट के प्रो. जेएस कुशवाहा का कहना है कि इस समय मीठे फल बाजार में अधिक हैं। ज्यादा सेवन से बुजुर्ग रोगियों की परेशानी बढ़ रही है। दवाओं से डायबिटीज कंट्रोल हो जाती है लेकिन मगर रोगियों को चाहिए कि वह मीठे फलों से दूर रहें।
ये समस्याएं बढ़ीं
आम खाने वाले उल्टी होना, जी मिचलाना, पेट में सूजन या डायरिया जैसे लक्षण भी बढ़ी डायबिटीज में मिल रहे है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन बिगडऩे से शरीर संक्रमण (इंफेक्शन) से लडऩे की क्षमता पर असर डाल रहा। लाल निशान, खुजली, सूजन महसूस महसूस हो रही है। ब्लड शुगर लेवल के बढऩे से आपका नर्व सिस्टम बिगड़ रहा है। हाथों और पैरों की तंत्रिकाओं में यह नर्व सबसे अधिक सक्रिय है। इससे उंगलियों और टखनों में झुनझुनी महसूस होती है।
आम खाने वाले उल्टी होना, जी मिचलाना, पेट में सूजन या डायरिया जैसे लक्षण भी बढ़ी डायबिटीज में मिल रहे है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन बिगडऩे से शरीर संक्रमण (इंफेक्शन) से लडऩे की क्षमता पर असर डाल रहा। लाल निशान, खुजली, सूजन महसूस महसूस हो रही है। ब्लड शुगर लेवल के बढऩे से आपका नर्व सिस्टम बिगड़ रहा है। हाथों और पैरों की तंत्रिकाओं में यह नर्व सबसे अधिक सक्रिय है। इससे उंगलियों और टखनों में झुनझुनी महसूस होती है।