सीएसए के शाकभाजी अनुसंधान केंद्र कल्याणपुर में आपको टमाटर, शिमला मिर्च, लौकी, कद्दू और बैंगन आदि सब्जियां मुनासिब दामों पर मिलेंगी। जुलाई-अगस्त में इसके सेल काउंटर खोलने की तैयारी की जा रही है। जिससे शहर के लोगों को आसानी से ताजी सब्जियंा उपलब्ध हो सकेंगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां उगाई गई सब्जियंा उच्च क्वालिटी की हैं। इनमें किसी तरह का रोग नहीं है। इसके उत्पादन में केमिकल पेस्टीसाइड और हर्बीसाइड का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसमें बॉयोफर्टिलाइजर का अधिक से अधिक इस्तेमाल किया गया है। सामान्य बाजारों में इसकी बिक्री से ब्रांड पर असर पड़ेगा।
विश्वविद्यालय में बड़े स्तर पर पॉलीहाउस में सुरक्षित और संरक्षित सब्जियों की खेती शुरू की गई है। पॉलीहाउस से पहली फसल टमाटर की ली गई है। टमाटर की भारी पैदावार से वैज्ञानिक खासे उत्साहित हैं। संयुक्त निदेशक शोध डॉ. डीपी सिंह का कहना है कि शिमला मिर्च, टमाटर, हरी मिर्च, बैंगन, लौकी, कद्दू, करेला जैसी सब्जियां पैदा की जा सकती हैं। पॉलीहाउस में रोग रहित फसल होने की वजह से सामान्य खेतों की अपेक्षा तीन गुना अधिक पैदावार होती है। वैसे पॉलीहाउस में सब्जियों की नर्सरी पर फोकस होगा मगर ट्रायल के तौर फसल लेनी होगी। अभी प्रसंस्करण या कहीं बाहर भेजने को लेकर तैयारी नहीं है काउंटर से बिक्री की जा सकती है।