टंकी से नीचे उतारा, थाने ले गई पुलिस
पेट्रोल और डीजल की बढ़ोतरी को लेकर श्यामनगर में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को काले झंडे दिखाने के लिए कांग्रेसी पार्षद राजीव सेतिया अपने साथियों के साथ पहुंच गए। जैसे ही गृहमंत्री का काफिला नजदीक आया तो कांग्रेसी पार्षद झंडे दिखाकर नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान पुलिस-प्रशासन के अफसर दौड़ पड़े तो पार्षद पानी की टंकी पर चड़ गया और वहीं से झंडे दिखाने लगा। पुलिस जैसे ही उसे अरेस्ट करने के लिए पानी की टंकी में चढ़ने लगी तो पार्षद अपने साथ रखे केरोसिन को शरीर पर छिड़क लिया और आत्मदाह करने का प्रयास करने लगा। यह देख इंस्पेक्टर बर्रा किसी तरह से टंकी में चढ़े और पार्षद को नीचे लोकर थाने ले गए।
एलआयू ने दी थी जानकारी
एलआयू ने दो दिन पहले ही काले झंडे दिखाने को लेकर पुलिस-प्रशासन को रिपोर्ट दी थी। इसकी वजह से आंदोलनकारियों को नजरबंद करने का फैसला प्रशासन ने लिया था। कांग्रेसी पार्षद राजू सेतिया के बारे में पुलिस ने रिपोर्ट दे दी कि वो शहर से बाहर अपनी बहन को लेकर इलाज के लिए गए हैं। मंगलवार को जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो पुलिस के अधिकारी भी भौचक्के रह गए। गृहमंत्री दोपहर को अपने गुरू हरिहर दास वसे मिलने पहुंचे उसी वक्त राजू सेतिया उन्हें काले झंडे दिखाने में कामयाब रहा और जब पुलिस ने उसे रोकना चाहा जो आत्मदाह का प्रयास किया।
थाने पहुंचे कांग्रेसी
कंग्रेस पार्षद की गिरफ्तारी की जानकारी पर कांग्रेसी नेता थाने पहुंच गए और राजू सेतिया को छोड़े जाने का दबाव बनाने लगे। लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ने से इंकार कर दिया। जिसके चलते पुलिस और कांग्रेसियों की जमकर भिड़न्त हो गई। कांग्रेस नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और रसोई में महंगाई की आग लगी हुई है। वहीं यूपी की योगी सरकार सुरक्षा व्यवस्था के मामले पर पूरी तरह से बिफल है। कांग्रेस कार्यकर्ता देश के गृहमंत्री को काले झंडे दिखाकर अपना विरोध दर्ज करा रहे थे। लेकिन पुलिस उन पर लाठी से वार किया और फिर फर्जी मुकदमा लिखकर जेल भेज रही है।