बता दें कि लंबे अरसे से मानदेय वृद्धि को लेकर राह ताक रही रसोइयों को तब राहत मिली, जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनका मानदेय पांच सौ रुपये बढ़ा दिया। परिषदीय विधालयों में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत खाना पकाने वाली रसोइयों को मानदेय के रूप में सरकार अभी एक हजार रुपये देती है। कई बार रसोइयों ने इसको लेकर दुखड़ा रोया और मानदेय बढ़ाने की मांग की, लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिल सका था। इस बीच लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले रसोइयों को खुश करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने रसोइयों का मानदेय 500 रुपये बढ़ाकर 1500 कर दिया। इससे रसोइयों में खुशी की लहर दौड़ गयी।
सरकार के इस उपहार से कानपुर देहात के विभिन्न स्कूलों में खाना पकाने वाली करीब 4 हजार रसोइयों को राहत मिलेगी। हालांकि कई रसोइया बढ़े मानदेय को नाकाफी बता रही हैं। रसोइया का कहना है कि दिन भर काम करने के बदले उन्हें केवल एक हजार रुपए ही मिलते थे। इतने मिन्नतें करने के बाद अब 15 सौ रुपये मिलेंगे। रसोइयों के मुताबिक सुबह से शाम तक काम के बदले मिलने वाले इतने पैसों से घर चलाना अभी भी मुश्किल ही होगा। इस महंगाई के दौर में परिवार पालना बेहद मुश्किल होता है। बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार रसोइयों को मानदेय मिलेगा।