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बिना अनुमति लाउडस्पीकर कर रहे शोर, बोर्ड परीक्षार्थी परेशान

locationकानपुरPublished: Feb 22, 2019 01:36:02 pm

३५० आयोजन में केवल १५३ कार्यक्रमों की अनुमति ली गईदेर रात बजने वाले डीजे पर प्रतिबंध का नियम बना मजाक

Sound pollution

बिना अनुमति लाउडस्पीकर कर रहे शोर, बोर्ड परीक्षार्थी परेशान

कानपुर। शहर में ध्वनि प्रदूषण से शहरवासियों के अलावा बोर्ड परीक्षार्थी सबसे ज्यादा परेशान हैं। खासतौर पर वे लोग जो किसी गेस्टहाउस या सार्वजनिक मैदान के आसपास रहते हैं। शादी कार्यक्रम, जलसा, जनसभाएं व कथा आदि के कार्यक्रमों में तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर बोर्ड परीक्षार्थियों की पढ़ाई में खलल डाल रहे हैं। ध्वनि प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन भी कान बंद किए हुए है। शिकायतों के बावजूद इन पर अंकुश नहीं लगा रहा है।
चलाए गए अभियान ठंडे
ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ कई अभियान चलाए गए, जिसका शुरू-शुरू में असर दिखा। इसके लिए सभी पुलिस सर्किल अफसरों को जिम्मेदारी दी गई थी। शुरुआत में पुलिस टीमों ने छापेमारी की और लाउडस्पीकरों को जब्त किया गया। मंदिरों, मस्जिदों पर भी अंकुश लगाकर धीमी आवाज में लाउडस्पीकर बजाने का दबाव बनाया गया। कुछ दिनों तक इससे राहत रही पर फिर पहले जैसा शुरू हो गया।
कोर्ट का आदेश बेअसर
सुप्रीम कोर्ट ने ध्वनि प्रदूषण और लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आदेश दिया था कि शादी कार्यक्रमों में रात दस बजे के बाद डीजे का प्रयोग नहीं किया जाएगा। आदेश लागू होने के बाद पुलिस हरकत में आयी और रात दस बजते ही डीजे का शोर बंद हो जाता था, पर यहां भी समय बीतने के साथ नियम पालन बंद हो गया। अब तो रात एक बजे तक डीजे बजते रहते हैं।
धारा १४४ लागू
बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रशासन ने जिले में धारा १४४ लागू कर दी थी। इसके बावजूद छात्रों की परेशानी कम नहीं हो रही है। एडीएम सिटी से कई लोगों से इसे लेकर शिकायत भी की है। जिसे लेकर एडीएम ने निर्देश दिए हैं कि शिकायत मिलने पर ही पुलिस रात में जांच करेगी और डीजे बजता हुआ मिले तो सिस्टम जब्त कर लिया जाए और आवश्यक कार्रवाई की जाए।

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