बैंकिंग सेक्टर की परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट सबसे ज्यादा जरूरी बैंकिंग एक्सपर्ट निष्मा शुक्ला ने बताया कि बैंक जॉब की तैयारी करते समय अभ्यर्थी को टाइम मैनेजमेंट पर फोकस करना चाहिए। अव्वल किसी भी बैंक में पीओ स्तर की नौकरी bank po job के लिए प्री, मेंस और इंटरव्यू के तीन चरण होते हैं, जबकि क्लर्क ग्रेड के लिए प्री और मेंस एग्जाम को क्वालिफाई करना होता है। उन्होंने बताया कि प्री एग्जाम के नतीजे आने के एक सप्ताह में मेंस की तारीख का ऐलान कर दिया जाता है। इसलिए प्री और मेंस की तैयारी एक साथ करनी होती है। मेंस के तुरंत बाद इंटरव्यू होता है। ऐसे में तीनों चरणों के लिए समय का अंतराल नहीं मिलता है। इसी कारण छह महीने की मियाद में तीनों चरणों के लिए तैयारी करनी होती है, जोकि टाइम मैनेजमेंट के जरिए संभव है। इसके अतिरिक्त मैथ्स, क्वांटम, रिजनिंग के लिए भी स्पीड की जरूरत होती है, जिसके लिए टाइम मैनेजमेंट के साथ कड़ा अभ्यास जरूरी है।
गणित और रिजनिंग के साथ-साथ सम-सामायिक विषय भी जरूरी बैंकिंग सेक्टर के लिए प्रारंभिक चरण की परीक्षा में 100 सवालों को 60 मिनट में हल करना होता है। इस चरण में इंग्लिश, क्वांटम और रिजनिंग के क्रमश: तीस और पैंतीस-पैंतीस सवाल पूछे जाते हैं। इस चरण में कामयाब अभ्यर्थियों को मेंस में बैठने का मौका मिलता है, जहां साढ़े तीन घंटे में 175 सवाल हल करने होते हैं। कुल मिलाकर 225 नंबरों की इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर बैंक में नौकरी का अवसर मिलता है। मेंस एग्जाम में गणित, इंग्लिश और रिजनिंग के साथ-साथ जनरल एवर्नेस से संबंधित सवाल आते हैं। पीओ स्तर के लिए इंटरव्यू भी क्लीयर करना होता है। निष्मा शुक्ला ने बताया कि बैंकिंग जॉब के लिए सालाना कलेंडर जारी किया जाता है, जिसके मुताबिक वक्त-वक्त पर अलग-अलग संगठन परीक्षाएं करते हैं। रिजर्व बैंक बी और सी ग्रेड के लिए परीक्षाएं करता है, जबकि एसबीआई अपने समूह के बैंकों के लिए परीक्षाएं करता है। अन्य राष्ट्रीय बैंकों के लिए आईबीपीएस परीक्षा लेता है, जबकि ग्रामीण अंचल के बैंकों के लिए आरआरबी के माध्यम से परीक्षाएं होती हैं।