गुजैनी के रहने वाले अमरेश पेशे से शिक्षक हैं। वह बताते हैं कि फरवरी 2017 में एक हादसे में उन्होंने अपना दाहिना पैर खो दिया था। आमतौर पर ऐसे हालात में इंसान भविष्य की उम्मीद खो बैठता है। पैरों का जीवन में बड़ा महत्व है, इसके बिना आगे बढ़ पाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन अमरेश ने इस बारे में नहीं सोचा और कुछ नया करने की सोची।
अस्पताल में जब अमरेश बेड पर थे, तभी कमरे में लगे टीवी पर पैरा खेलो के वीडियो देखें। यहां से अमरेश को शूटिंग में रुचि हुई उन्होंने और खुद को इन्हीं खेलों के माध्यम से ऊंचाईयों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। अस्पताल से घर आने के बाद से ही धीरे-धीरे उन्होंने अभ्यास करना शुरू किया और खुद को इस विद्या में पारंगत कर लिया।
अमरेश बताते हैं कि शौकिया तौर पर मार्च 2018 में ग्रीनपार्क स्टेडियम में टेबिल टेनिस की बारीकियां सीखनी शुरू की थी। कोच अविनाश कुमार की देखरेख में 2018 में ही इंद्रौर में हुई टीटी प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया और जीत दर्ज की। इसके बाद शूटिंग में कुछ कर दिखाने की सोची और रोजाना चार घंटे अभ्यास करना शुरू किया।
अमरेश ने जनवरी 2019 में .22 बोर राइफल की 50मी. शूटिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए द्वितीय स्थान के साथ रजत पदक जीता। इसके अलावा अन्य स्पर्धाओं में भी हिस्स लिया। फिलहाल वे अब 12 से 15 मार्च तक स्पेन में होने वाली ओपन शूटिंग चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगे। इसके बाद 17 से 20 मार्च तक इटली में होने वाली अन्तरराष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में भारत से प्रतिभाग करेंगे।