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पेपर देने पहुंची शहीद की बेटी सुप्रिया, हुआ कुछ ऐसा कि नम हो गई सबकी आंखे

locationकन्नौजPublished: Feb 20, 2019 02:57:49 pm

शहीद हुए कन्नौज के लाल प्रदीप सिंह की शहादत के बाद से उसकी दस वर्षीय बेटी सुप्रिया के आंशु थम नहीं रहे हैं।

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पेपर देने पहुंची शहीद की बेटी सुप्रिया, हुआ कुछ ऐसा कि नम हो गई सबकी आंखे

कन्नौज. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुई सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले में शहीद हुए कन्नौज के लाल प्रदीप सिंह की शहादत के बाद से उसकी दस वर्षीय बेटी सुप्रिया के आंशु थम नहीं रहे हैं। पापा की लाडली बेटी सुप्रिया को जब भी उसका कोई अपना मिलता है तो वह लिपट कर रोते हुए कहती है कि देखिए क्या हो गया…पापा चले गए। यह कहते हुए सुप्रिया रोने लगती है। अपने पेपर देने पहुंची सुप्रिया जैसे ही अपनी प्रिंसिपल उर्वशी बाजपेयी से मिली तो लिपटकर रो पड़ी। कानपुर के डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेेशन सेंटर अवधपुरी में पढ़ने वाली सुप्रिया की वार्षिक परीक्षाएं सोमवार से शुरू हुई थीं। हालत खराब होने के कारण सुप्रिया पेपर नहीं दे पाई।


सुप्रिया के पेपर शुरू, पर नहीं दे पाई पेपर
पुलवामा में हुई सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले में शहीद हुए कन्नौज के जवान प्रदीप सिंह यादव बड़ी बेटी सुप्रिया की सोमवार से कक्षा पांच की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हुईं। सोमवार को सामान्य ज्ञान का पेपर था। मुख्य परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू होंगी। स्कूल के लास्ट पीरियड में ही पेपर होना था। पेपर देने पहुंची सुप्रिया की हालत ठीक नहीं थी। स्कूल में प्रिंसिपल को देखते ही सुप्रिया खुद पर काबू नहीं कर पाई और मैम से लिपट कर रो पड़ी। सुप्रिया केवल अपने पापा के नाम की रट लगा रही है। वह इस हालत में नहीं है कि पेपर दे पाए। इस कारण वहां की प्रिंसिपल ने उसे घर भिजवा दिया। जिससे उसकी परीक्षा बाद में ली जाएगी।


शहादत के कुछ दिन पहले बेटी के स्कूल गए थे प्रदीप
शहीद प्रदीप जब छुट्टियों में घर आए थे तो बेटी की पढ़ाई की खोज खबर लेने के लिए उसके स्कूल डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेेशन सेंटर अवधपुरी भी गए थे। उस वक्त उन्होंने वहां की प्रिंसिपल से बेटी की पढ़ाई के बारे में पूछा और कहा कि मैडम मैं तो बाहर ही रहता हूं, मेरी बेटी का भविष्य आपके हाथ में ही है। इसे बेहतर इंसान बना दीजिएगा। अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए वह काफी चिंतित रहते थे।

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