कन्नौज से चर्चा अखिलेश यादव के भी चुनाव लड़ने की है, लेकिन डिंपल यादव के चांसेज ज्यादा है। शिवपाल यादव भी मुस्लिम कैंडिडेट उतारने की बात कर रहे हैं, लेकिन अभी नाम फाइनल नहीं है। पिछले लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे सुब्रत पाठक भाजपा प्रत्याशी हो सकते हैं। अमेठी-रायबरेली के एवज में कांग्रेस कन्नौज सीट गठबंधन के लिए छोड़ सकती है। सपा-बसपा गठबंधन की वजह से कन्नौज सीट एक बार फिर सपा के खाते में ही जा सकती है।
1967- राम मनोहर लोहिया, समयुक्त सोशलिस्ट पार्टी
1984- शीला दीक्षित, कांग्रेस
1999- मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी
2000, 2004, 2009 (तीन बार)- अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी
2012, 2014 (दो बार)- डिंपल यादव
कुल वोट प्रतिशत- 61.6 फीसदी
डिम्पल यादव को कुल वोट प्रतिशत के 43.9 फीसदी फीसदी वोट मिले थे
दूसरे नंबर पर रहे भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक को कुल वोट प्रतिशत के 42 फीसदी वोट मिले थे
तीसरे नंबर पर रहे बसपा प्रत्याशी निर्मल तिवारी को 11.5 फीसदी वोट मिले थे
कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में औरैया जिले की बिधूना विधानसभा सीट और कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा सीट शामिल है। प्रमुख जातीय समीकरण
मुस्लिम- 16 फीसदी
यादव- करीब 16 फीसदी
ब्राह्मण- करीब 15 फीसदी
राजपूत- करीब 10 फीसदी
अन्य- 39 फीसदी
अनदेखी के कारण इत्र व्यवसाय ठप होने की कगार पर है
आलू किसानों की समस्या
बिजली, सड़क और पानी की समस्या
कन्नौज को पर्यटन स्थल बनाने की मांग
शिक्षा और रोजगार का मुद्दा कन्नौज में विधानसभा क्षेत्र- 05
छिबरामऊ- अर्चना पांडेय, भाजपा
तिर्वा- कैलाश राजपूत, भाजपा
कन्नौज- अनिल दोहरे, समाजवादी पार्टी
बिधूना- विनय शाक्य, भाजपा
रसूलाबाद– निर्मला शंखवार, भाजपा
कुल मतदाता : 18,08, 886
पुरुष : 9,94,887
महिला : 7,95,909 कुल आबादी
कुल आबादी- 16,56,616
पुरुष- 8,81,776
महिला- 7,74,840 कन्नौज का मुख्य व्यापार
कन्नौज गुलाब जल, इत्र, और इत्र से बनने वाली अपनी सुगन्धित वस्तुओं के व्यापार के लिए सारे भारत में मशहूर है। यहां की सुगन्धित वस्तुओं का सारे भारत और विदेशों में भी निर्यात किया जाता है। इसके साथ ही यहां पर आलू की बम्पर खेती होती है।
कन्नौज, यूपी के पुराने शहरों में से एक है। शहर का नाम संस्कृत के शब्द ‘कान्यकुब्ज’ से बना है। कन्नौज जहां राजा हर्षवर्धन के समय भारत वर्ष की राजधानी रही तो आइन-ए-अकबरी के मुताबिक बादशाह अकबर के ज़माने में कन्नौज मुग़ल सल्तनत के मुख्य केन्द्रों में से एक था। इस क्षेत्र का ज़िक्र रामायण में भी मिलता है। महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि भी कन्नौज रही है।
लोकसभा की ऑफिशियल वेबसाइट पर कन्नौज लोकसभा सीट की हिंदी और अंग्रेजी में भी जानकारी उपलब्ध है। लोकसभा सीट का जानकारी हिंदी में देखने के लिए हिंदी में वेबसाइट loksabhahindi.nic.in देखें और अंग्रेजी में जानकारी के लिए loksabha.nic.in वेबसाइट पर विजिट करें।