माओवादियों ने 2 से 8 दिसम्बर तक पीएलजीए(शहीदी सप्ताह) की 18वीं वर्षगांठ को गांव-गांव में जोश-खरोश के साथ मनाए जाने के लिए इस तरह के बैनर लगाए हैं। माओवादियों ने बड़ी मात्रा में दोनों क्षेत्र में पाम्पलेट को भी फेंका है। ग्रामीणों की सूचना पर मरकानार और केसेकोड़ी में लगाए गए बैनर और फेंके गए पाम्पलेट को कोयलीबेड़ा पुलिस ने जब्त कर लिया है। कोयलीबेड़ा में आए दिन लोगों में दहशत फैलाने के लिए माओवादियों द्वारा बैनर को लगा दिया जाता है।
इसी तरह नरहरपुर ब्लॉक में सरोना क्षेत्र में रविवार को अलसुबह धनेसरा रोड पर माओवादियों द्वारा पहली बार बैनर लगाए जाने की सूचना पर पुलिस महकमा में हडक़ंप मच गया। सूचना पर पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तीन बैनर एक पाम्पलेट बरामद किया है। पहली बार सरोना क्षेत्र में माओवादियों द्वारा आसपास के गांवों में इस तरह की गतिविधि बढऩे से ग्रामीणों में दहशत बढ़ गई है। धनेसरा रोड पर मिले बैनर में भी माओवादियों ने 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए सप्ताह मनाने गांव-गांव के लोगों से आह्वान किया गया है। माओवादियों के बैनर पोस्टर से क्षेत्र में डर बढ़ी है। कांकेर एसडीओपी ने मौके पर पहुंचकर धनेसरा रोड से बैनर पोस्टर को जब्त कर लिया।