भगत की कोठी (bhagat ki kothi) रेलवे स्टेशन के ट्रेक नम्बर 9 पर हाइडेंट लगे हुए हैं। इसके वॉल्व की देखरेख पिछले तीन वर्षों से नहीं हुई। 2016 में जब पाली वाटर ट्रेन भेजने की नौबत आई थी तो अंतिम रूप दिया गया था। इस बार भी बारिश से उम्मीद है। यदि दो दिन में जवाई बांध में थोड़ी सी भी पानी की आवक होती है तो वाटर ट्रेन का संचालन स्थगित किया जा सकता है।
एक साथ भरे जा सकते हैं 50 वैगन
भगत की कोठी स्टेशन पर 50 वैगन को भरने के लिए हाइडेंट लगे हुए हैं। हाइडेंट के वॉल्व जो क्षतिग्रस्त हो रखे हैं उनको बदलने का काम कल शाम तक पूरा करने का लक्ष्य है। एक दिन में ट्रेन चार फेरे करेगी।
रेलवे ने भेजे 30 वैगन
जोधपुर से पाली जाने वाली वाटर ट्रेन के वैगन को समदड़ी स्टेशन पर खड़ा किया गया है। जलदाय विभाग की ओर से मांगे गए वैगन में 20 कम हैं। एक वैगन की क्षमता 50 हजार लीटर है। ऐसे में वैगन की संख्या नहीं बढ़ाने पर पाली तक 30 वैगन से एक फेरे में 15 लाख लीटर पानी ही पहुंचेगा। जो पाली के लिए एक ट्रेन से आने वाले जरूरत के 25 लाख लीटर पानी से 10 लाख लीटर कम होगा। यदि 30 वेगन की यह ट्रेन चार फेरे करेगी तो 60 लाख लीटर पानी ही पाली पहुंच सकेगा। जो पाली के लिए जरूरत से 40 लाख लीटर कम होगा।
—- वाटर ट्रेन में जितने वेगन आएंगे, उसके आधार पर पाली पानी भेजने की स्थिति तय करेंगे। पाली में पानी की कमी नहीं आने दी जाएगी। हाइडेंट पर वॉल्व लगाने का काम चल रहा है। तख्तसागर से नियमित पेयजल लाइन से पानी न्यू पावर हाउस की डिग्गी व फिर हाइडेंट से वैगन भरे जाएंगे।
– नीरज माथुर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग, जोधपुर