पहले थाली बजाकर भगाते थे टिड्डी पुराने समय में किसान थाली बजाकर टिड्डी भगाते थे। थाली की आवाज से परेशान टिड्डी उडऩे लगती है। देखादेखी सारा झुण्ड अस्त व्यस्त हो जाता है। सिटी बजाकर, स्वयं आवाज करके अथवा आवाज करने वाले अन्य यंत्रों से भी टिड्डी भगाई जा सकती है। वैसे राज्य सरकार ने ट्रैक्टर माउंटेड क्लोरो पायरीफॉस 20 प्रतिशत ईसी पेस्टीसाइड सब्सिडी पर जारी किया है जिसको किसान अपने ट्रेक्टर से स्प्रे कर सकता है। यह ज्यादा हानिकारक नहीं है। कुछ किसान अपने खेतों में एलडब्ल्यूओ की टीम को घुसने नहीं दे रहे हैं। मैलाथीन पेस्टीसाइड हानिकारक तो है लेकिन दो दिन में यह वाष्पीकृत हो जाता है जिससे चारे अथवा फसलों को कोई हानि नहीं होती।
पांच महीने से मार रहे टिड्डी ‘हमारी टीमें पांच महीने से करोड़ों टिड्डी का खात्मा कर चुकी है। हमने उसे पश्चिमी राजस्थान से आगे नहीं बढऩे दिया है।
डॉ. केएल गुर्जर, उप निदेशक, टिड्डी चेतावनी संगठन जोधपुर