प्रकरण के अनुसार प्रकाश समदानी ने उनके खिलाफ दर्ज एफआइआर निरस्त कराने को लेकर दायर याचिका में बताया कि दोनों पक्षकारों में जमीन के भुगतान और टाइटल को लेकर निपटारा हो गया है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत भी मिल गई है। इस पर हाईकोर्ट ने इस मामले में केस डायरी तलब की, लेकिन अनुसंधान अधिकारी ने समदानी के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में चालान पेश कर दिया।
हाईकोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए पिछली सुनवाई में पुलिस अधीक्षक उदयपुर को व्यक्तिगत रूप से तलब किया था। जिसकी पालना में सोमवार को उदयपुर के एसपी हाईकोर्ट में पेश हुए और मौखिक रूप से बताया कि इस मामले में जांच अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच के साथ 17 सीसी के नोटिस की कार्रवाई अमल में लाई गई है।
इस पर आदलत ने आइओ के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में अदालत के समक्ष लिखित में पेश करने के निर्देश दिए।