दरअसल फलोदी के जेतड़ासर गांव में भीलों की ढाणी में रहने वाले एक महिला और पुरुष ने शुक्रवार रात सुसाइड कर लिया। शनिवार सवेरे करीब दस बजे के आसपास इसकी सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने जांच पड़ताल की और उसके बाद शवों को मुर्दाघर में रखवाया। रात तक जब दोनो के परिजनों को इसकी सूचना मिली तो मामले का खुलासा ये हुआ कि दोनो के बारह बच्चे हैं। मौके पर पहुंची बाप पुलिस ने बताया कि गांव में तुलछाराम का शव एक कमरे में लटका था और दूसरे कमरे में बीकानेर की रहने वाली जमना का शव फंटे से लटका था। जमना का चार साल का बच्चा जब कमरे में मां को लटके देख रोने लगा तो लोगों को इसका पता चला।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार शाम को जमना… बीकानेर से आई थी। वह तुलछाराम के घर गई थी। तुलछाराम के दो घर हैं इनमें से एक खेत पर और दूसरा कस्बे में था। अक्सर परिवार खेत में बने कमरे में ही रहता था। तुलछाराम की पत्नी अपने पीहर गई थी और उसके साथ ही सभी छह बच्चे गए थे। इस दौरान जमना वहां आई। शुक्रवार रात दोनो साथ रहे और शनिवार सवेरे करीब दस बजे दोनो की मौत की खबर मिली। शनिवार रात जमना का भाई आया और उसके बाद पुलिस ने पूरी कार्रवाई की।
जमना की शादी करीब 17 साल पहले हुई थी। वहीं तुलछाराम की शादी करीब 13 साल पहले हुई थी। दोनो करीब सात आठ साल से आपस में संपर्क में थे। सुसाइड क्यों किया, इसकी जांच पुलिस कर रही है। लेकिन इस घटना के बाद अब दोनो परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। एक परिवार में कमाने वाला चला गया और दूसरे परिवार में परिवार का ध्यान रखने वाली महिला की मौत हो गई।