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पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए ब्रह्मोस से लैस चालीस सुखोई-30 लड़ाकू विमान तैयार, दिवाली से पहले सीमा पर होंगे तैनात

BrahMos दिवाली से पहले भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force ) में शामिल हो जाएगी। ब्रह्मोस एयरोस्पेस कॉर्पोरेशन सुखोई-30 लड़ाकू विमान ( Sukhoi 30 Fighter Plane ) से तीसरा व अंतिम परीक्षण सितम्बर महीने में करेगा…

जोधपुरJul 15, 2019 / 11:53 am

dinesh

BrahMos
गजेंद्रसिंह दहिया/जोधपुर। ब्रह्मोस मिसाइल ( BrahMos ) दिवाली से पहले भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force ) में शामिल हो जाएगी। ब्रह्मोस एयरोस्पेस कॉर्पोरेशन सुखोई-30 लड़ाकू विमान ( Sukhoi 30 0 Fighter Plane ) से तीसरा व अंतिम परीक्षण सितम्बर महीने में करेगा। ब्रह्मोस से लैस चालीस सुखोई-30 लड़ाकू विमान तैयार किए जा रहे हैं जो पाकिस्तान ( Pakistan ) व चीन ( China ) की सीमा पर तैनात होंगे। इसमें से कुछ जोधपुर, अम्बाला व पठानकोट एयरबेस पर रहेंगे। बालाकोट एयरस्ट्राइक ( India Airstrike ) के छह सप्ताह बाद केंद्र सरकार ने ये निर्देश दिए थे। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस ( Supersonic Cruise Missile BrahMos ) के सतह से सतह पर मार करने वाले वर्जन को सेना में शामिल किया जा चुका है। वर्ष 2017 में इसके एरियल वर्जन यानी हवा से सतह पर मार करने वाली क्षमता का सुखोई-30 लड़ाकू विमान से परीक्षण शुरू हुआ। पहला परीक्षण 22 अगस्त 2017 को हुआ, जिसमें सुखोई-30 ने हवा से ब्रह्मोस मिसाइल छोडक़र एक नेवल टारगेट ध्वस्त किया था।

सुखोई-30 में किया मोडिफिकेशन
ब्रह्मोस मिसाइल को सुखोई-30 से फायर करने के लिए इसमें मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और सॉफ्टवेयर बदलाव किए गए हैं। सॉफ्टवेयर में बदलाव वायुसेना के इंजीनियर्स ने किया जबकि मेकेनिकल व इलेक्ट्रिकल बदलाव हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड कर रही है। ब्रह्मोस मिसाइल 2.5 टन की है। यह ध्वनि की गति से अधिक 2.8 मैक से 290 किलोमीटर तक मार कर सकती है। यह जमीन से 3 से 4 मीटर ऊपर चलने की वजह से राडार से ओझल रहती है।
दिवाली तक शक्तिशाली हो जाएगी वायुसेना
दिवाली से पहले न केवल सुखोई-30 ( Sukhoi 30 ) लड़ाकू विमानों को ब्रह्मोस मिसाइल से लैश किया जा रहा है वरन् फ्रांस से पहला रफाल लड़ाकू विमान भी सितम्बर में अंबाला में आएगा। रफाल में पहले से ही बीवीआरएएएम मिसाइल लगी होगी। उधर रूस से एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 भी तैयारी में है। एक साथ तीन बड़े बदलाव भारतीय वायुसेना को जबरदस्त ताकत देंगे।
डेढ़ माह बाद ब्रह्मोस का तीसरा परीक्षण
– ब्रह्मोस फाइनल ऑपरेशनल क्लियरिंग के लिए तैयार है। एक-डेढ़ महीने बाद इसका तीसरा व अंतिम परीक्षण कर वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा।
प्रवीण पाठक, मुख्य महाप्रबंधक (मार्केटिंग, प्रमोशन एण्ड एक्सपोर्ट), ब्रह्मोस एयरोस्पेस

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