धरने पर बैठे ये कर्मचारी धरने पर बैठे सुखराम चौधरी, जसवन्तसिंह ईन्दा, बाबूलाल शर्मा, पूनाराम, धर्माराम, सोहनराम, नारायणसिंह, उमर खां सहित रोडवेज कर्मचारियों ने धरना स्थल पर नारेबाजी करके अपना रोष जताया। रोडवेज कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों के समान सातवां वेतनमान, वेतन, भत्ते व पेंशन देने, रिक्त पदों को भरने, नई बसें चलाने, बकाया पेंशन एवं अन्य भुगतान करने सहित विभिन्न मांगों पर 27 जुलाई को हुए समझौते को तत्काल लागू करने की मांग को लेकर ये कर्मचारी आंदोलन कर रहे है। रोडवेज बसों की चक्काजाम हड़ताल के चलते आज भी सभी बसें निगम के वर्कशॉप में खड़ी रही। ऐसे में यात्रियों को मजबूरन निजी बसों में यात्रा करनी पड़ रही है।
मनमर्जी का किराया वसूल रहे निजी बस संचालक तिंवरी. जोधपुर से तिंवरी वाया-मणाई बींजवाडिय़ा, जोधपुर से देचूं वाया तिंवरी, जोधपुर से बालेसर वाया तिंवरी, जोधपुर से तिंवरी वाया मथानियां, वहीं तिंवरी से मालूंगा, तिंवरी से पांचला, तिंवरी से भैंसेर मार्ग पर रोडवेज बसों का संचालन नहीं होने से ग्रामीण परेशान है। रोडवेज बसों का संचालन नहीं होने से निजी बस संचालक यात्रियों से मनमर्जी का किराया वसूल रहे हैं। वहीं शादी-विवाह के दिनों में अधिकांश निजी बसें बारात के लिए बुक हो जाती है। तब इन दिनों में ग्रामीण बस आने का इंतजार करते ही रह जाते हैं।
अवैध वाहनों का संचालन देणोक. कस्बे सहित आस-पास के गांवों से गुजरने वाली रोडवेज की बसों के शनिवार को छठे दिन भी पहिये थमे रहे। इससे यात्रियों कोनिजी वाहनों से अपनी यात्रा करनी पड़ रही है। वहीं अवैध रूप से संचालित हो रहे वाहन चालकों को अधिक किराया देना पड़ा।