वहीं दूसरी ओर भोपालगढ़ कस्बे में स्थित श्री परसराम मदेरणा राजकीय पीजी कॉलेज बिजली को लेकर पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन गया है। इससे अब महाविद्यालय प्रबंधन को ना तो बिजली का बिल भरने का चिंता रहती है और ना ही बार-बार पावर कट होने की समस्या ही झेलनी पड़ती है। यह सब संभव हो पाया है, रूसा के तहत महाविद्यालय में सोलर पैनल लगाए जाने के बाद। जिसके चलते अब यहां सौर ऊर्जा से बिजली पैदा की जाती है और महाविद्यालय विद्युत आपूर्ति को लेकर पूरी तरह से आत्मनिर्भर भी बन गया है।
बिजली बिल से भी मिली निजात महाविद्यालय में सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने का काम शुरू किए जाने से जहां एक ओर पूरे वोल्टेज के साथ चौबीसों घण्टे पूरी बिजली मिल पा रही है। वहीं दूसरी ओर बिजली आपूर्ति के बदले प्रतिमाह भरे जाने वाले बिजली बिल से भी अब यहां सौर ऊर्जा से बिजली पैदा होने के बाद राहत मिल गई है। ऐसे में महाविद्यालय प्रबंधन को अब महीने के महीने बिजली का भारी भरकम बिल भी नहीं चुकाना पड़ता है। जबकि बिजली बिल के बदले बचने वाली राशि का उपयोग महाविद्यालय की अन्य गतिविधियों एवं विद्यार्थी हित में किया जाने लगा है। जिसके चलते महाविद्यालय के विकास की रफ्तार भी तेज हुई है।
बिजली को लेकर मिली राहत महाविद्यालय में बिजली को लेकर काफी समस्या झेलनी पड़ती थी और भारी भरकम बिल भी चुकाना पड़ता था। लेकिन अब महाविद्यालय में रूसा के तहत सोलर पैनल लगाए जाने से सौर ऊर्जा से पैदा हुई बिजली मिलने लगी है और इससे महाविद्यालय को खासी राहत मिली है।
प्रयास हुए सफल, बने आत्मनिर्भर महाविद्यालय में सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने के प्रयास रूसा की मदद से सफल हुए हैं और अब यहां जरूरत के मुताबिक बिजली पैदा होने से महाविद्यालय बिजली को लेकर आत्मनिर्भर बन गया है।