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सुरक्षाकर्मी ही बंदियों तक पहुंचा रहे मादक पदार्थ व मोबाइल!

locationजोधपुरPublished: Oct 16, 2019 12:48:07 am

Submitted by:

Vikas Choudhary

– जोधपुर जेल में गठजोड़ का खेल प्रकरण

सुरक्षाकर्मी ही बंदियों तक पहुंचा रहे मादक पदार्थ व मोबाइल!

सुरक्षाकर्मी ही बंदियों तक पहुंचा रहे मादक पदार्थ व मोबाइल!

जोधपुर.
केन्द्रीय कारागार जोधपुर में बंदी व कैदियों तक न सिर्फ मोबाइल बल्कि मादक पदार्थ भी आसानी से पहुंचते हैं। आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी आजादसिंह ने वीडियो व फोटो वायरल कर जोधपुर जेल की सुरक्षा में पोल उजागर की, लेकिन जेल में तैनात सुरक्षाकर्मियों व बंदियों की मिलीभगत का यह खेल वर्षों से चल रहा है। जेल के मुख्य द्वार पर स्कैनर और एनएलजेडी मशीन से जांच के बावजूद बंदियों व कैदियों तक न सिर्फ मोबाइल बल्कि मादक पदार्थ भी धड़ल्ले से पहुंच रहे हैं।
अफीम व मोबाइल ले जाने पर सात जेल प्रहरी निलम्बित
जेलर जगदीश पूनिया के अनुसार पेशी के बाद जेल में लौटने वाले बंदी व कैदियों के अलावा ड्यूटी आने वाले जेल प्रहरी और होमगार्ड की भी मुख्य गेट पर जांच होती है। इसके लिए स्कैनर मशीन के साथ ही हाई फ्रिक्वेंसी एनएलजेडी मशीन लगी हुई हुई है। जो किसी भी व्यक्ति के पास छुपे मोबाइल, सिम कार्ड और चार्जर को खोज निकालने में सक्षम है। इन मशीनों की जांच में सात जेल प्रहरी मादक पदार्थ व मोबाइल छुपाकर ले जाते पकड़ में आ चुके हैं। इनके खिलाफ रातानाडा थाने में एफआइआर दर्ज है। सातों जेल प्रहरी निलम्बित हैं। वहीं, एक होमगार्ड पॉलिथीन थैली में चरस लपेटकर मुंह में छुपाकर जेल लाया था, लेकिन जांच में वह पकड़ा गया था। इसके अलावा बंदी व कैदी जूतों व चप्पल में छुपाकर भी मोबाइल और मादक पदार्थ ले जाने का प्रयास करते पकड़े जा चुके हैं।
जेल की दीवार के ऊपर से फेंके थे नौ पैकेट
१५ मई २०१७ की मध्यरात्रि में जोधपुर जेल की दीवार के ऊपर से एक साथ नौ पैकेट जेल के अंदर फेंके गए थे। पार्सल में २१ मोबाइल व २१ चार्जर बरामद हुए थे।
नौ बार जेल दण्ड से दण्डित, चार बार जेल बदली
मारवाड़ जंक्शन (पाली) थानान्तर्गत कराड़ी निवासी आजाद सिंह हत्या करने पर आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसके एक साथी कैदी को भी श्रीगंगानगर जेल स्थानान्तरण किया गया था। जबकि उसके साथ रहने वाले दो कैदियों को बेहतर चाल-चलन के कारण खुली जेल भेजा गया है। इसके उलट आजादसिंह को नौ बार जेल दण्ड से दण्डित किया जा चुका है। वर्ष २०१५ में वह जेल की बैरिक की दीवार फांद दूसरे कैदी वार्ड में पहुंच गया था और बंदियों से मारपीट की थी। तब उसे पहली बार श्रीगंगानगर जेल भेजा गया था। वहां पर भी शिकायतें मिलने पर वर्ष २०१६ में उसको अजमेर की हाई सिक्योरिटी घुघरा घाटी जेल स्थानान्तरित कर दिया गया था। दो साल बाद वर्ष २०१८ में वह जोधपुर जेल लौट आया था, लेकिन एक साल बाद ही यानि दस अक्टूबर २०१९ को उसे फिर से उदयपुर जेल स्थानान्तरित करना पड़ा।
स्थानान्तरण पर धमकी : जेल को सुर्खियों में ला दूंगा
कैदी आजाद सिंह को गत दस अक्टूबर को जोधपुर जेल से उदयपुर जेल स्थानान्तरण किया गया था। उसने जेल प्रशासन को चेताया था कि वह जोधपुर जेल को सुर्खियों में लाकर रहेगा। अंदेशा है कि इसके बाद उसने जेल के वीडियो व फोटो वायरल किए थे।
वीडियो के बारे में होगी जांच : जेल प्रशासन
कैदी आजादसिंह की ओर से जेल के भीतर के वीडियो व फोटो वायरल करने के बारे में जेल प्रशासन की तरफ जांच कराई जाएगी। यह वीडियो व फोटो कब बनाए गए थे और कब वायरल हुए, इस बारे में जांच की जाएगी। कैदी के साथ किसी अन्य की भूमिका के बारे में भी जांच कराई जा रही है।
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