लोकपर्व की शेषरात्रि शनिवार को तीजणियों ने मान-मनुहार के साथ ‘धमोळी’ परम्परा का निर्वहन किया। पर्व की पूर्व संध्या पर तीजणियां मेहंदी रचाने के बाद नख से शिख तक सजने-संवरने में जुटी नजर आई। परकोटे के भीतर जगह- जगह मिष्ठान और व्यंजनों की अस्थाई स्टॉलों पर तीजणियों के लिए लागत दर पर सत्तू, सत्तू के लड्डू और फलाहारी नमकीन उपलब्ध कराए गए हैं।
तीज को मौसम साफ रहा तो जोधपुर में चन्द्रदर्शन रविवार रात्रि 9.08 बजे हो जाएंगे। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया कि तृतीया तिथि रविवार रात 1.13 बजे तक रहेगी। कजली तीज चन्द्रमा प्रधान पर्व है और रविवार को चन्द्रोदय तृतीया तिथि में होगा इसीलिए तीज का त्योहार रविवार को ही मनाया जाएगा।