— ये मंडियां कर रही इंटरस्टेट ई-टे्रड जोधपुर की विशिष्ट जींस कृषि उपज मंडी व गुंटुर (आन्ध्र प्रदेश) के बीच चिली कमोडिटी में ई-ट्रेड हुआ। इसके अलावा प्रदेश का पहला इंटर स्टेट ई-ट्रेड भी जोधपुर संभाग की सुमेरपुर मंडी से हुआ। सुमेरपुर (पाली) व पालनपुर (गुजरात) मंडी के बीच मूंग व अरंडी जींस में हुआ। इसके अलावा नोखा (बीकानेर) मंडी व अकोला (महाराष्ट्र) के बीच चना व मंूग, रामगंज मंडी व मंदसौर (मध्यप्रदेश) के बीच धनिया जींस, फतहनगर (उदयपुर) व सिरसा (हरियाणा) मंडी के बीच सरसो जींस में इंटरस्टेट ई-ट्रेड हो चुका है। इसके अलावा नगर (भरतपुर) व मथुरा (उत्तर प्रदेश) मंड़ी के बीच भी ई-ट्रेड हुआ
———– संभाग की दो मंडि़या शामिल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने, किसान की उपज के बेचान में बिचौलियों के हस्तक्षेप व दलाली को बंद करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए देशभर की कृषि उपज मंडि़यों को ऑनलाइन करने की घोषणा की थी। राजस्थान में दो चरणों में 25 मंडि़यों का चयन किया गया। पायलट प्रोजेक्ट में रामगजमंडी व बूंदी की मंडी को लिया गया था। पहले चरण में 11 तथा द्वितीय चरण में 14 मंडि़यों का चयन किया गया। जिसमें जोधपुर संभाग से जोधपुर जीरा मंडी तथा सुमेरपुर मंडी का चयन किया गया ।
————– राजस्थान की मंडि़यों की अब तक प्रगति – 25 मंडि़यां ई-नाम से जुड़ी – 1216218 मीट्र्रिक टन कृषि जींसों का ई-ट्रेड हुआ – 4298.07 करोड़ रुपयों का ट्रेड हुआ
– 1119 लाख रुपयों का ई-पेमेन्ट हुआ – 1355043 किसान पंजीकृत ई-नाम से – 11680 ट्रेडर्स पंजीकृत ई-नाम से – 60 विभिन्न कमोडिटी का टे्रड होता है —– यह गर्व की बात है कि मंडी समितियों, व्यापारियों, किसानों व ई-नाम टीमों के सहयोग से इंटरस्टेट ई-ट्रेड में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है।
रवि कुमार चन्द्रा, ई-नाम स्टेट हैड, राजस्थान,