जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (Student Union Election 2018) में एबीवीपी (Akhil Bhartiya Vidhyarthi Parishad) के प्रत्याशी मूल सिंह राठौड़ ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन ने जानबूझकर उसके हिस्से के मतों को खारिज कर हराया है। विवि के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रो. अवधेश शर्मा और पीआरओ रामनिवास ग्वाला ने मतगणना को प्रभावित किया है। मूलसिंह गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने शुक्रवार सुबह 11.30 बजे विवि बंद का आह्वान किया था। साथ ही वे विवि की ग्रीवेंस रिड्रेसल सैल को मतगणना पर आपत्ति देने व कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालय जाने की बात कही। पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आनंद सिंह भी उनके साथ थे।
ये लगाए आरोप मूल सिंह ने कहा मतगणना कक्ष में कांग्रेसी विचारधारा के अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी थी। मतगणना के लिए केवल विज्ञान संकाय के शिक्षकों को लगाया गया। अधिक मत खारिज होने पर दूसरे राउण्ड से ही आपत्ति करनी शुरू कर दी लेकिन विवि ने ध्यान नहीं दिया। आनंद सिंह ने आरोप लगाया कि छात्रों ने एपेक्स अध्यक्ष पद के लिए कुल 9936 वोट डाले, लेकिन गिनती में 25 वोट पहले से ही गायब थे। कुल 9911 वोटों में से 564 मत खारिज किए गए। पुनर्मतगणना में मूल सिंह ने एनएसयूआई प्रत्याशी सुनील चौधरी के 83 वोट पर आपत्ति की लेकिन 26 वोट ही खारिज माने गए और शेष वापस जोडकऱ सुनील को 9 वोट से जीता दिया।
परिणाम रात 2 बजे, फेसबुक पर 9.30 बजे ही जीते पत्रकार वार्ता में मौजूद छात्र नेताओं ने एनएसयूआई कार्यकत्र्ताओं की उस फेसबुक पोस्ट्स पर भी सवालिया निशान खड़े किए जिस पर रात 9.30 बजे ही सुनील चौधरी के 9 वोट से जीतने पर बधाइयां दी गई थी, जबकि परिणाम रात 2 बजे घोषित किया गया। मतगणना कक्ष में मोबाइल की अनुमति नहीं थी लेकिन मतगणना कक्ष के फोटो सोशियल मीडिया पर वायरल हो रहे थे।