– इसके बाद भी करीब १-२ एमसीएफटी पानी तख्तसागर व कायलाना से लिया जा रहा है।
– ग्रामीण क्षेत्रों में ४० एलपीसीडी तक पानी उपयोग पर वाटर चार्ज खत्म कर दिया गया है। – यदि मीटर लगाकर पानी सप्लाई होती है तो दो माह का पानी बिल महज ५४ रुपए आता है।
– लेकिन अभी औसत बिलिंग के लिहाज से दो माह का पानी बिल करीब २५० रुपए आता है।
हम अक्सर देखते हैं कि घर, होटल, रेस्टोरेंट या पार्टी में लोग आधा ग्लास पानी पीते हैं और आधा छोड़ देते हैं या फेंक देते हैं। इससे जो पानी हलक में जाना चाहिए वह बेकार चला जाता है। एेसे स्थान भी हैं जहां लोग मीलों दूर से एक एक मटकी पानी लाते हैं। मेरा कहना है कि आधुनिकता की दौड़ में पानी की बचत करना न भूलें। पानी को अनमोल समझें।
मॉडल, जोधपुर आधा ग्लास पानी ही भरें जिनके घरों में नलों से पानी आता है, वे पानी की कीमत नहीं समझ पाते क्योंकि उन्होंने जल संकट नहीं देखा है। यह तो वही समझ सकता है जिन्हें बड़ी मुश्किल से पानी मयस्सर होता है। लेडीज की अक्सर गैट टुगैदर, किटी पार्टी होती रहती है। मैं हमारे गु्रप की लेडीज को इसके लिए प्रेरित करूंगी कि अगर आधा ग्लास पानी की जरूरत है तो आधा ग्लास ही भरें।
पानी अमृत है और इसे बचाना और इसका संरक्षण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। गंभीर जल संकट को देखते हुए पानी सहेजने के लिए हर व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रति व्यक्ति भी यदि हम आधा ग्लास पानी बचाएंगे तो हजारों गैलन पानी का संरक्षण होगा।