– एनजीटी ने भी कहा- मॉनिटरिंग नहीं होती आरएसपीसीबी की ओर से कार्रवाई कर खानापूर्ति कर ली जाती है। एनजीटी ने भी एक सुनवाई के दौरान कहा था किआरएसपीसीबी की कार्रवाई कर ली जाती है, लेकिन उसकी मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है। कार्रवाई के दौरान, इकाई के बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए जाते है। बाद में, उक्त इकाई के कनेक्शन कटे या नहीं, अवैध कनेक्शन लेकर काम तो नहीं कर रहे आदि की कोई मॉनिटरिंग नहीं होती। हाल यह भी है कि विभाग की ओर से प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों की न तो नोटिस देकर पाबंद किया जाता है और न ही उनके खिलाफ कार्यवाही की जाती है।
— एनजीटी की सुनवाई से पहले हुइ कार्रवाई दिनांक— इकाइयां 6 मई– 26 7 मई– 12 8 मई– 43 9 मई– 06 10 मई– 07 11 मई– 10
13 मई– 13 16 मई– 03 यह कार्रवाई एनजीटी में 10 और 17 मई को हुई सुनवाई के कुछ दिन पहले की है। — नियमित कार्रवाई हो तो जोधपुर से धुल जाए दाग
विशेषज्ञों के अनुसार, विभाग व प्रशासन की ओर से अवैध कपड़ा धुलाई करने वाली इकाइयों पर नियमित कार्रवाई व मॉनिटरिंग की जाए तो जोधुपर से अवैध कपड़ा धुलाई का दाग मिट जाएगा और जोजरी, बांडी व आसपास की नदियां प्रदूषण मुक्त हो जाएगी।
— अभी कार्रवाई नहीं चल रही है। अब 23 मई के बाद ही कार्रवाई हो पाएगी। जगदीशसिंह, क्षेत्रीय अधिकारी आरएसपीसीबी जोधपुर